नई दिल्ली/हैदराबाद : केंद्र ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 34 वर्षीय एक व्यक्ति के मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद रविवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. उक्त व्यक्ति का विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है. इसके साथ ही भारत में यह इस बीमारी का चौथा मामला बन गया है. सूत्रों ने कहा कि बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने की और इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. वहीं तेलंगाना में भी मंकीपॉक्स का एक मरीज मिला है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लोक नायक अस्पताल के एक विशेष पृथकवास केंद्र में इलाज करा रहे नए मरीज ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मनाली में एक 'स्टैग पार्टी' में हिस्सा लिया था. पश्चिमी दिल्ली के निवासी रोगी को लगभग तीन दिन पहले बीमारी के लक्षण दिखाने के बाद अस्पताल में पृथक कर दिया गया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मरीज के नमूने शनिवार को राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) पुणे भेजे गए और जांच में वह मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संक्रमित व्यक्ति के निकट सम्पर्क में आये व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है और वे स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार पृथकवास में हैं. इससे पहले केरल से मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आए थे. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को मंकीपॉक्स को वैश्विक आपात स्थिति घोषित किया.
तेलंगाना के कामारेड्डी में मिला मरीज : तेलंगाना के कामारेड्डी के एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं. इस बारे में राज्य के डायरेक्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ ने बताया कि कामारेड्डी के एक 40 वर्षीय व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं. व्यक्ति का कुवैत यात्रा का इतिहास है. उन्होंने बताया कि मरीज को हैदराबाद के फीवर अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. उसके नमूने जांच के लिए NIV लैब पुणे भेजे गए हैं. उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि हमने 6 लोगों की पहचान की है जिनका इस व्यक्ति से सीधा संपर्क था. उनमें से किसी में भी कोई लक्षण नहीं थे. हमने उन्हें आइसोलेट कर दिया है.
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(इनपुट-एजेंसी)