मिर्जापुर : सोनभद्र में नरसंहार के पीडितों से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी को आज दोपहर मिर्जापुर जिला प्रशासन ने धरना देने के बाद हिरासत में ले लिया. इससे पहले वाराणसी ट्रामा सेंटर से प्रियंका का काफिला जैसे ही मिर्जापुर के रास्ते सोनभद्र रवाना हुआ वैसे ही नारायणपुर के पास उनको रोक दिया गया. उन्हें चुनार गेस्ट हाउस में रखा गया है.
प्रियंका ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा का बीजेपी अपराध रोकने में नाकाम रही है, और अब उन्हें अपना कर्तव्य करने से रोका जा रहा है. प्रियंका ने लिखा कि उन्हें पीड़ितों के पक्ष में खड़ा होने से कोई नहीं रोक सकता.
चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे पीड़ितों से मिलने दिया जाए.सोनभद्र में धारा 144 लागू है, तो मैं शांतिपूर्ण 3 लोगों के साथ जाऊंगी. मैं बिना परिजनों से मिले वापस नहीं जाऊंगी.
प्रियंका ने अपने आने का कारण बताते हुए कहा कि वे इसलिए आई हैं कि प्रदेश में क्या हो रहा है, ये पूरा देश देखे. एक 17 साल का बच्चा जो अस्पताल में है, उसके साथ देश हर बच्चा खड़ा हो. कम से कम 25 लाख रुपये का मकान दिया जाए और उनके जमीन का मालिकाना हक भी दिया जाए.
पढ़ें खास बिंदु:
- प्रियंका गांधी घायलों से मिलने सोनभद्र जा रही थी
- वाराणसी से सोनभद्र जा रही प्रियंका गांधी के काफिले को पुलिस ने नरायणपुर के पास रोक दिया.
- सोनभद्र में घटनास्थल के आसपास धारा 144 लागू होने के कारण रोका गया.
- घटनास्थल के आसपास धारा 144 लागू होने के कारण रोका गया.
- रोके जाने के विरोध में प्रियंका और कांग्रेसी नेता मौके पर ही धरने पर बैठ गए.
- प्रियंका ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि ऊपर से फोन आया है इसलिए रोका गया है.
- उन्होंने पूछा कि किस नियम के तहत उन्हें रोका गया है.
- प्रियंका ने कहा कि वे प्रशासन से जानना चाहती हैं कि उन्हें रोके जाने का कानूनी आधार क्या है.
इससे पहले प्रियंका वाराणसी स्थिति बनारस हिंदु विश्वविद्यालय (बीएचयू) स्थित ट्रामा सेंटर जाकर उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 17 जुलाई को जमीनी विवाद को लेकर हुए हत्याकांड में घायल हुए लोगों से मिलीं.
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 17 जुलाई को घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव में जमीन विवाद हुआ था. इसे लेकर स्थानीय प्रधान और ग्रामीणों के बीच संघर्ष में 10 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त भुर्तिया और उसके अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया. ग्राम प्रधान पर ग्रामीणों पर गोली चलाने का आरोप लगा है.
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ग्राम प्रधान समेत कई अन्य लोग गिरफ्तार
इस मामले में अब तक 27 लोग गिरफ्तार हो चुके है. जिसमें ग्राम प्रधान भी शामिल है. पुलिस ने ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी के साथ ही घटना में प्रयुक्त 5 लाइसेंसी असलहों को भी बरामद किया है. मामले में 28 लोगों को नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर हुई है.
योगी सरकार पर प्रियंका ने लगाए गंभीर आरोप
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की निगरानी की जिम्मेदारी डीजीपी को सौंपी है. इससे पहले प्रियंका ने बुधवार मामले को लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए थे. प्रियंका ने कहा था कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, लेकिन पूरा सरकारी अमला सो रहा है.
प्रियंका गांधी के उत्तर प्रदेश दौरे का मकसद
फिलहाल प्रियंका गांधी के लोकसभा चुनाव प्रचार के बाद एक बार फिर से वाराणसी आने पर कांग्रेस कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं. इसकी बड़ी वजह यह भी है कि 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर अभी से ही कांग्रेस खुद को हर मोर्चे पर पूरी तरह से अलर्ट रखना चाह रही है. प्रियंका भी यूपी का प्रभार मिलने के बाद हर छोटे-बड़े मुद्दे पर खुद की मौजूदगी दर्ज करा कांग्रेस को मजबूत करना चाह रही है.