इंफाल : नागा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने मणिपुर की बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है. पार्टी के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है.
लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के ठीक कुछ ही दिन पहले पार्टी ने यह घोषणा की.
एनपीएफ के प्रवक्ता अचुंबेमो किकोन ने बताया, 'हमने कोहिमा में एनपीएफ केंद्रीय कार्यालय में एक लंबी बैठक की और सैद्धांतिक रूप से भाजपा के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है.'
इस बारे में एनपीएफ चीफ टी आर जेलियांग ने ट्वीट करके कहा, 'पार्टी अधिकारियों और मणिपुर में एनपीएफ के विधायकों की मीटिंग के बाद हमने फैसला लिया है कि हम सैद्धातिंक रूप से मणिपुर की बीजेपी सरकार से लोकसभा चुनाव के बाद समर्थन वापस लेंगे. यह फैसला बीजेपी के उदासीन रवैये के चलते लिया गया है.'
एनपीएफ का आरोप है कि बीजेपी अपने गठबंधन सहयोगियों को तुच्छ समझती है. साथ ही उनका कहना है कि बीजेपी ने अब तक जो हमसे वादे किए थे वह कभी पूरे नहीं किए.
गौरतलब है कि मणिपुर में कुल 60 विधानसाभा सीटें है. एनपीएफ के चार विधायक हैं. इसलिए माना जा रहा है कि एनपीएफ के गठबंधन सरकार से हट जाने पर सरकार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा.