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भारत की दो टूक- आंतरिक मामलों में चीन न दे दखल, पाक को नहीं भेजा संदेश - रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

लद्दाख और जम्मू-कश्मीर पर टिप्पणी करने पर भारत ने चीन को खरी- खोटी सुनाई है. भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अविभाज्य अंग है. चीन के पास इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. साथ ही भारत ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भी भारत का अभिन्न हिस्सा है. इसको चीन के समक्ष कई मौकों पर स्पष्ट किया गया है. पढ़ें पूरी खबर..

अनुराग श्रीवास्तव
अनुराग श्रीवास्तव
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Published : Oct 15, 2020, 5:17 PM IST

Updated : Oct 15, 2020, 8:39 PM IST

नई दिल्ली : लद्दाख, जम्मू और कश्मीर पर टिप्पणी करने पर भारत ने चीन को कड़ा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर भारत के अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं. चीन भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं दे सकता है और उसके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि अरुणाचल भी भारत का एक अभिन्न अंग है. इस तथ्य को उच्चतम स्तर समेत कई मौके पर चीनी पक्ष को भी बताया गया है.

उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि देश भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे जैसा कि वह दूसरों से अपेक्षा करते हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में अनेक नए पुलों का उद्घाटन किया था जिसके बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि चीन, भारत द्वारा अवैध तरीके से स्थापित केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को और अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता.

चीन के प्रवक्ता ने यह दावा भी किया था कि भारत द्वारा सीमा पर बुनियादी विकास दोनों देशों के बीच तनाव की मूल वजह है.

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध और द्विपक्षीय सैन्य वार्ता के परिणामों पर श्रीवास्तव ने दोनों देशों की सेनाओं की ओर से 12 अक्टूबर को उनकी बातचीत के बाद जारी संयुक्त प्रेस वक्तव्य का जिक्र किया और इसे सकारात्मक तथा लाभप्रद बताया.

श्रीवास्तव ने कहा कि सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया जटिल है जिसमें प्रत्येक पक्ष को उसके सैनिकों को एलएसी से उनकी नियमित चौकियों पर भेजना होता है.

उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दोनों पक्ष मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने देने तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के सभी बिंदुओं से सैनिकों की पूरी तरह वापसी के परस्पर स्वीकार्य समाधान की दिशा में काम करने व भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति बहाली के लिहाज से हमारे नेताओं के मार्गदर्शन पर आधारित संवाद के वर्तमान माहौल को बनाए रखेंगे.

2+2 वार्ता
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित 2+2 वार्ता को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम इसे जल्द से जल्द आयोजित कराना चाहते हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि इस वार्ता का आयोजन नई दिल्ली में हो.

पाक पर बयान
भारत ने को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के इस दावे को खारिज कर दिया कि नई दिल्ली ने दोनों देशों के बीच बातचीत की इच्छा का संकेत देते हुए इस्लामाबाद को संदेश भेजा है. अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि कथित संदेश के संबंध में, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारी तरफ से ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा गया.'

वह एक मीडिया ब्रीफिंग में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ द्वारा 'द वायर' समाचार वेबसाइट को दिए गये साक्षात्कार के संबंध में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे. यूसुफ ने साक्षात्कार में कश्मीर समेत अनेक मुद्दों पर टिप्पणी की.

श्रीवास्तव ने कहा, 'हमने पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक भारतीय मीडिया संस्थान को दिये गये साक्षात्कार की खबरें देखी हैं. उन्होंने भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है.' उन्होंने कहा, 'हमेशा की तरह यह पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की घरेलू विफलताओं से ध्यान हटाने की तथा रोजाना सुर्खियों में भारत को खींचकर उसके घरेलू घटकों को गुमराह करने की कोशिश है.' श्रीवास्तव ने कहा कि अधिकारी को सलाह दी जाती है कि अपनी सलाह अपने देश तक सीमित रखें और भारत की घरेलू नीति पर टिप्पणी नहीं करें.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'उनके बयान जमीनी तथ्यों के विरोधाभासी, भ्रामक और फर्जी हैं.' एक अलग प्रश्न के उत्तर में श्रीवास्तव ने कहा कि भारत म्यामां की नौसेना को किलो श्रेणी की एक पनडुब्बी की आपूर्ति करेगा.

अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में नियुक्त विदेशी राजनयिकों को लिए तैयार किए गए सुषमा स्वराज लेक्चर का पहला संस्करण आज लॉन्च किया गया. इस संस्करण में 45 विदेशी राजनयिक शामिल हो रहे.

नई दिल्ली : लद्दाख, जम्मू और कश्मीर पर टिप्पणी करने पर भारत ने चीन को कड़ा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर भारत के अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं. चीन भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं दे सकता है और उसके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि अरुणाचल भी भारत का एक अभिन्न अंग है. इस तथ्य को उच्चतम स्तर समेत कई मौके पर चीनी पक्ष को भी बताया गया है.

उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि देश भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे जैसा कि वह दूसरों से अपेक्षा करते हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में अनेक नए पुलों का उद्घाटन किया था जिसके बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि चीन, भारत द्वारा अवैध तरीके से स्थापित केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को और अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता.

चीन के प्रवक्ता ने यह दावा भी किया था कि भारत द्वारा सीमा पर बुनियादी विकास दोनों देशों के बीच तनाव की मूल वजह है.

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध और द्विपक्षीय सैन्य वार्ता के परिणामों पर श्रीवास्तव ने दोनों देशों की सेनाओं की ओर से 12 अक्टूबर को उनकी बातचीत के बाद जारी संयुक्त प्रेस वक्तव्य का जिक्र किया और इसे सकारात्मक तथा लाभप्रद बताया.

श्रीवास्तव ने कहा कि सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया जटिल है जिसमें प्रत्येक पक्ष को उसके सैनिकों को एलएसी से उनकी नियमित चौकियों पर भेजना होता है.

उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दोनों पक्ष मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने देने तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के सभी बिंदुओं से सैनिकों की पूरी तरह वापसी के परस्पर स्वीकार्य समाधान की दिशा में काम करने व भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति बहाली के लिहाज से हमारे नेताओं के मार्गदर्शन पर आधारित संवाद के वर्तमान माहौल को बनाए रखेंगे.

2+2 वार्ता
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित 2+2 वार्ता को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम इसे जल्द से जल्द आयोजित कराना चाहते हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि इस वार्ता का आयोजन नई दिल्ली में हो.

पाक पर बयान
भारत ने को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के इस दावे को खारिज कर दिया कि नई दिल्ली ने दोनों देशों के बीच बातचीत की इच्छा का संकेत देते हुए इस्लामाबाद को संदेश भेजा है. अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि कथित संदेश के संबंध में, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारी तरफ से ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा गया.'

वह एक मीडिया ब्रीफिंग में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ द्वारा 'द वायर' समाचार वेबसाइट को दिए गये साक्षात्कार के संबंध में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे. यूसुफ ने साक्षात्कार में कश्मीर समेत अनेक मुद्दों पर टिप्पणी की.

श्रीवास्तव ने कहा, 'हमने पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक भारतीय मीडिया संस्थान को दिये गये साक्षात्कार की खबरें देखी हैं. उन्होंने भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है.' उन्होंने कहा, 'हमेशा की तरह यह पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की घरेलू विफलताओं से ध्यान हटाने की तथा रोजाना सुर्खियों में भारत को खींचकर उसके घरेलू घटकों को गुमराह करने की कोशिश है.' श्रीवास्तव ने कहा कि अधिकारी को सलाह दी जाती है कि अपनी सलाह अपने देश तक सीमित रखें और भारत की घरेलू नीति पर टिप्पणी नहीं करें.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'उनके बयान जमीनी तथ्यों के विरोधाभासी, भ्रामक और फर्जी हैं.' एक अलग प्रश्न के उत्तर में श्रीवास्तव ने कहा कि भारत म्यामां की नौसेना को किलो श्रेणी की एक पनडुब्बी की आपूर्ति करेगा.

अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में नियुक्त विदेशी राजनयिकों को लिए तैयार किए गए सुषमा स्वराज लेक्चर का पहला संस्करण आज लॉन्च किया गया. इस संस्करण में 45 विदेशी राजनयिक शामिल हो रहे.

Last Updated : Oct 15, 2020, 8:39 PM IST
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