नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय सोमवार को विचार करेगा कि कोयला घोटाले के ईडी मामलों को आगे बढ़ाने के लिए आरएस चीमा के स्थान पर विशेष सरकारी वकील का नामकरण किया जाए.
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मनिंदर सिंह का नाम सुझाया है.
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वह एक ऐसा वकील चाहते हैं, जो अदालतों में सुनवाई के लिए नियमित हो.
गौरतलब है कि कोयला घोटाला देश के सबसे बड़ें घोटलों में से एक है. मामला 2004 से 2009 के बीच 100 कंपनियों को कोयले की खदान को आवंटन को लेकर था.
इस घोटाले के बारे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी पूछताछ की गई थी, क्योंकि इस दौरान कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सिबू सोरेने के पास था.
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बता दें कि इस मामले की जांच के बाद कैग ने संसद को रिपोर्ट भी सौंपी थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक घोटला खदान आवंटन में हुआ था. यह घोटाला एक लाख 50 हजार करोड़ से भी ज्यादा था.