नई दिल्ली: पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए देश की सर्वोच्च अदालत एक्सपर्ट्स कमेटी का गठन करेगी. गुरुवार को इस मामले की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस एनवी रमना ने इस बात का जिक्र किया है. वहीं, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि अगले सप्ताह तक इसको लेकर आदेश आ सकता है.
पेगासस जासूसी मामले की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि एक्सपर्ट कमेटी के लिए कुछ लोगों से संपर्क किया गया है, लेकिन उनमें से कई एक्सपर्ट्स निजी दिक्कतों के चलते इसमें शामिल नहीं हो पा रहे हैं.
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CJI NV Ramana says the Supreme Court is setting up a Technical Expert Committee to inquire into the alleged Pegasus snooping row pic.twitter.com/MGoxyFauZ8
— ANI (@ANI) September 23, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 23, 2021
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने अदालत में वकील सीयू सिंह को कहा कि सुप्रीम कोर्ट इसी हफ्ते पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन करना चाहती है. जिन लोगों को इस कमेटी में शामिल किया जाना है, उनमें से कुछ ने शामिल होने से इनकार किया है.
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सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि इसको लेकर आदेश अगले हफ्ते तक आ सकता है. जल्द ही टेक्निकल एक्सपर्ट्स की कमेटी को फाइनल कर लिया जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पहले कहा गया था कि एक्सपर्ट्स कमेटी बनाकर इस पूरे मामले की जांच करवाई जा सकती है.
वहीं, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस के कथित इस्तेमाल की अदालत की निगरानी में जांच की मांग करने वाली जनहित याचिकाओं पर केंद्र को नोटिस जारी किया था. उच्चतम न्यायालय ने कथित पेगासस जासूसी मामले की स्वतंत्र जांच कराने की मांग से संबंधित याचिकाओं पर मंगलवार को केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए यह स्पष्ट किया था कि वह नहीं चाहता कि सरकार ऐसी किसी बात का खुलासा करे जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हो.
प्रधान न्यायाधीश एन वी रमना, न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की तीन सदस्यीय पीठ ने याचिकाओं पर केंद्र से जवाब मांगते हुए कहा कि वह 10 दिन बाद इस मामले को सुनेगी और देखेगी कि इसमें क्या प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए.