30 अक्टूबर को भाजपा के 30 नेता 62 विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे प्रचार
हिमाचल विधानसभा चुनाव में नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीजेपी का प्रचार अभियान रफ्तार पकड़ लेगा. बीजेपी ने इसके लिए स्टार प्रचारकों की फौज उतार दी है. गौरतलब है कि हिमाचल में चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी ने 40 चेहरों को स्टार प्रचारक बनाया है. 30 अक्टूबर को बीजेपी के 30 नेता हिमाचल के 62 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करेंगे. (bjp-rallies-in-himachal-on-october-30)
जिला हमीरपुर की नादौन सीट पर भाजपा और कांग्रेस में पिछले कुछ चुनावों में कांटे की टक्कर देखने को मिली है. इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और भाजपा की तरफ से पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री चुनावी रण में है. वहीं, नादौन में जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले सबसे अधिक 93,013 मतदाता है. जिसमें सबसे अधिक महिलाएं मतदाता हैं. (Nadaun Assembly constituency) (Voters in Hamirpur) (Caste equation in Hamirpur)
सोलन विधानसभा सीट: चुनाव में भिड़ रहे PHD डिग्री वाले कर्नल ससुर और मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर दामाद
सोलन विधानसभा सीट (Solan assembly seat) पर इस बार का मुकाबल काफी रोचक रहने वाला है. इस बार भी ससुर-दामाद चुनावी मैदान में हैं. जहां एक ओर सोलन के मौजूदा विधायक कर्नल धनीराम शांडिल कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में है तो वहीं दूसरी तरफ उनके सामने उनके ही दामाद डॉक्टर राजेश कश्यप दूसरी बार सोलन सदर सीट से चुनावी मैदान में है. 2017 के विधानसभा चुनाव में ससुर ने 671 मतों के अंतर से दामाद को चुनाव में पटखनी दी थी. ऐसे में इस बार देखना होगा की क्या ससुर हैट्रिक लगा पाते हैं या दामाद कमल खिलाते हैं ?
हमीरपुर जिले के बड़सर विधानसभा क्षेत्र में बगावत हमेशा भारी रही है. यहां इसके चलते 2 बार कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा तो 1 बार भाजपा भी हार गई. विधानसभा चुनाव 2022 की बात की जाए तो इस बार कांग्रेस में बगावत के सुर कम दिखाई दे रहे, लेकिन भाजपा के बागी संजीव शर्मा ने पार्टी के लिए परेशानियां खड़ी कर दी है. (Rebellion heavy in Barsar ) (Himachal Assembly Election 2022 )
2007 से भाजपा का गढ़ रहा हमीरपुर, इस बार त्रिकोणीय मुकाबला
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार हमीरपुर सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. त्रिकोणीय मुकाबले में कौन जीतेगा यह कहना तो अभी मुश्किल है. भाजपा में जहां बगावत साफ दिखाई दे रही है. वहीं, कांग्रेस ने या चेहरा चुनावी मैदान में उतारा है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस बार हार-जीत का अंतर काफी कम हो सकता है. (himachal-assembly-election-2022)
बागी नेताओं से पार्टी को होता नुकसान, मनाने का किया जा रहा प्रयास: अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर रूठों को मनाने में जुट गए हैं. वे जिला बिलासपुर में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं.पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अगर बगावत होती है तो निश्चित तौर पर पार्टी को फर्क पड़ता है. सभी बगावत करने वालों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है. (BJP Convincing Rebel leaders in Himachal) (Anurag Thakur Convincing Rebel leaders in Bilaspur) (Himachal Assembly Election 2022) (Anurag Thakur on Bilaspur Tour)
हिमाचल प्रदेश में सियासी गलियारों में राजपूतों व ब्राह्मणों का दबदबा है. प्रदेश में राजपूत और ब्राह्मण समुदाय की सबसे ज्यादा आबादी है. कांग्रेस की लिस्ट में 68 में से 28 राजपूत व 12 प्रत्याशी ब्राह्मण हैं. वहीं, भाजपा की सूची में 28 प्रत्याशी राजपूत व 9 उम्मीदवार ब्राह्मण वर्ग से हैं. यहां राजपूतों की राजनीति में मजबूत धमक मानी जाती है. (Caste Equations in Himachal) (Himachal Assembly Election 2022) (Rajputs in Himachal Politics) (Brahmin in Himachal Politics)
हिमाचल विधानसभा के (Himachal assembly election 2022) अब अपने अंतिम चरण में है. यूं तो हिमाचल में हमेशा से चुनाव मुद्दों पर लड़ा जाता रहा है. वहीं, आम जनता से जुड़े मुद्दों को सदम में उठाना हर विधायक का काम होता है. बीते पांच साल की बात करें तो सदन में सबसे ज्यादा सवाल लोक निर्माण के संबंध में पूछे गए हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में लोक निर्माण के मुद्दे चुनावों में कितना महत्तव रखते हैं. (Questions asked in Himachal vidhan sabha).
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में सबसे दिलचस्प मुकाबला सोलन, चंबा सदर सीट और भरमौर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाला है. यहां सोलन सीट पर ससुर दामाद एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरेंगे. वहीं, चंबा सीट और भरमौर में चाची-भतीजा और चाचा-भतीजा एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. (Himachal Assembly Elections 2022) (Himachal Assembly Election contest in relatives)
हिमाचल के कुलभूषण मांटा कश्मीर में शहीद, आज हो सकता है अंतिम संस्कार
कश्मीर के बारामूला में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुपवी तहसील के गौंठ-मंझोली (कुपवी) गांव के जवान कुलभूषण मांटा शहीद हो गए हैं. आज उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो सकता है. (Kulbhushan Manta martyred in Kashmir)
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