ऊना: वीरवार को 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुल (Schools opened in Himachal)गए. बारिश के बीच स्कूली छात्र एक बार फिर अपने शिक्षण संस्थानों में (students reached school in una)पहुंचे. स्टूडेंट्स द्वारा स्कूल खोलने पर दी की प्रतिक्रिया के दौरान यह बात सामने आई कि वार्षिक परीक्षाओं के नजदीक स्कूलों को खोले जाने से उनका मनोबल कुछ हद तक बना. हालांकि ,ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था को भी छात्र-छात्राएं उपयोगी मानते , लेकिन फिर भी शिक्षकों के साथ कक्षाओं में पढ़ाई करने का अलग ही अनुभव रहता है. वहीं, दूसरी तरफ शिक्षण संस्थानों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल और कोविड-19 अनुरूप व्यवहार को अमल में लाते हुए कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया.
प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल खोले जाने के फैसले के बाद छात्र-छात्राओं ने इसे काफी उपयोगी बताया. जिला मुख्यालय के शैक्षणिक संस्थान में पढ़ने वाली अंशिका , शिल्पा का कहना है कि कोविड-19 के चलते सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा व्यवस्था का हुआ. 2 वर्ष से जिस तरह स्कूलों को बंद करने और खोलने का क्रम जारी रहा उससे पढ़ाई काफी बाधित हुई. अब वार्षिक परीक्षाओं के नजदीक आकर स्कूलों को खोलने का फैसला सराहनीय है.राधिका का कहना है कि ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था के तहत अभी शिक्षक उन्हें हर संभव मदद प्रदान करते रहे ,लेकिन कक्षाओं में आकर ऑफलाइन में शिक्षा हासिल करना अलग अनुभव रहता है. गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की वाइस प्रिंसिपल प्रेरणा गौतम का कहना है कि शिक्षकों के लिए संस्थानों को 1 फरवरी को ही खोल दिया गया था. वहीं, बच्चों के लिए करीब 1 महीने के बाद स्कूलों को दोबारा से खोला गया. जिसमें 9वीं से लेकर जमा दो तक की सभी कक्षाओं को नियमित रूप से संचालित किया जाएगा.
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