ऊना: जिला में स्थित सरकारी स्कूल के अवासीय परिसर में रैगिंग का मामला सामने आया है. रैगिंग भी ऐसी की सुनने वालों की भी रूह कांप जाए. आरोप है कि विद्यालय के आवासीय परिसर में सीनियर छात्र जूनियर छात्रों से अपना होमवर्क करवाने के साथ-साथ अपने कपड़े तक धुलवाते थे. मना करने पर जूनियर छात्रों शारीरिक यातनाएं देते थे.
मना करने पर जूनियर छात्रों की थप्पड़, जूते और रॉड से पिटाई की जाती थी. सीनियर की यातनाओं से तंग जूनियर छात्रों ने प्रधानाचार्य से शिकायत की. प्रधानाचार्य ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन को दी. शिकायत के आधार पर एडीसी ऊना ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सात छात्रों को टर्मिनेट कर दिया गया है.
एडीसी ऊना ने सीनियर और जूनियर छात्रों को परिजनों सहित पूछताछ के लिए अपने कार्यालय बुलाया था. जहा बारी-बारी दोनों पक्षों की बात सुनी गई. जूनियर छात्रों ने बताया कि रैगिंग का सारा खेल शाम ढलने के बाद से शुरू होता था, जो कि सुबह स्कूल शुरू होने तक चलता रहता था.
वहीं, एडीसी से हुई बैठक के दौरान परिजनों ने मांग उठाई कि स्कूल के सभी ब्लॉक व होस्टल में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए. साथ ही हर माह परिजनों की बैठक होनी चाहिए, ताकि बच्चों के शिक्षा के स्तर और खामियों के बारे पता चल सके. बैठक में परिजनों ने इस बात का भी अभिभावकों ने रैगिंग मामले की जानकारी देरी से देने पर नाराजगी जताई.
एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी ने बताया कि शिक्षण संस्थान में रैगिंग का मामला सामने आया है. मामले में स्कूल प्रधानाचार्य ने तत्काल प्रभाव से जमा दो के सात छात्रों को निलंबित कर दिया है. दोनों पक्षों से पूछताछ की गई, और मामले की जांच की जा रही है.