ऊना: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ऊना के झलेड़ा ग्राउंड में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान राहुल ने भाजपा और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा नोटबंदी और जीएसटी दो ऐसे फैसले रहे जिन्होंने देश के व्यापारियों की कमर तोड़ दी.
राहुल ने कहा मोदी अकेले कांग्रेस के साथ कबड्डी खेलने निकल पड़े हैं पर अब वो हमारी मजबूत टीम ने पकड़ लिए हैं, वह आउट होकर ही जाएंगे. वह अकेले हर फैसला लेते हैं, व्यापारियों का क्या कसूर था, आम लोगों का क्या कसूर था, जीएसटी लगा दिया. नोटबंदी ने उनको मार दिया.
राहुल ने कहा जनता की आवाज और सच्चाई ने मोदी को पकड़ लिया, आप मेरे परिवार और मुझ पर नफरत फेंको, मैं प्यार दूंगा. इस बार प्यार से हिमाचल की जनता आपको हराने वाली है. 65 हजार करोड़ हिमाचल को देने की बात की, लेकिन कहां हैं?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ऊना रैली में निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने कोच लाल कृष्ण आडवाणी को दो चांटे मारे और कहा कि अब तुम्हारी कोई जरूरत नहीं. मोदी ने अपनी टीम में भी सबका अपमान किया है. टीम में सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी तक की नहीं सुनी. आधी रात को नोटबंदी लागू कर दी न जनता से और न ही आरबीआई से पूछा.
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री का काम चौकीदारी करना नहीं बल्कि देश के लोगों की भलाई करना है. अगर मोदी चौकीदारी कर रहे थे तो फिर राफेल का 30 हजार का घोटाला कैसे हुआ. ललित मोदी ने राजस्थान की सीएम के बेटे के खाते में पैसा डाला, मेहुल चौकसी ने अरूण जेटली के बेटे के खाते में पैसा डाला और पीएम मोदी ने अनिल अंबानी के खाते में 45 हजार करोड़ डाले.
वहीं, राहुल गांधी ने मंच पर वीरभद्र सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मेरे राजनीतिक गुरु हैं, उनका सम्मान करता हूं. मैं मोदी जैसा नहीं हूं. वीरभद्र हिमाचल के बड़े नेता हैं और उनके साथ यहां आपार जनसमर्थन है.
3 साल बिना सरकार की अनुमति से कर सकेंगे कारोबार
राहुल ने न्याय योजना के तहत गरीबों को हर साल 72 हजार रुपये देने का वादा फिर दोहराया. राहुल ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं, दुकानदारों की जेब से पैसा निकाला. 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मोदी सरकार के समय में देखने को मिली. मोदी सरकार ने लोगों के खाते में 15 लाख रुपये डालने का वादा किया था, लेकिन ये जुमला ही साबित हुआ.
राहुल ने कहा कि कांग्रेस की न्याय योजना के तहत पांच करोड़ परिवारों को 72 हजार रुपये देने के वायदे से मोदी सरकार में खलबली मची है. कांग्रेस सरकार बनने के बाद एक साल में 22 लाख नौकरियां प्रदान की जाएगी. पंचायतों में 10 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा.
राहुल ने ऐलान किया कि कांग्रेस सरकार बनते ही छोटे और मध्यम कारोबार करने के लिए तीन साल सरकार से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. तीन साल तक कारोबार कर सकेंगे और इसके बाद सरकार से अनुमति लेनी होगी.
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