ऊना: जिला ऊना में प्रवेश के सिस्टम में बदलाव किया गया है, न कि उसे समाप्त किया गया है. यह बात उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने आज एक प्रेस वार्ता में कही. डीसी ऊना ने कहा कि अब आवेदक को सिर्फ वेबसाइट पर जाकर जानकारी देनी होगी और स्व-उत्पन्न (ऑटो जेनेरेटिड) पावती पत्र को डाउनलोड करना होगा.
उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने कहा कि आवेदन को अनुमति की जरूरत नहीं होगी, जिसके बाद मॉनिटरिंग का काम अंतर्राज्यीय बैरियर पर होगा. यह व्यवस्था प्रदेश में आने-जाने वालों की पूरी जानकारी रखने के लिए बनाई गई है.
डीसी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सही जानकारी पंचायत व शहरी निकायों के प्रतिनिधियों के साथ साझा करनी होगी. इसमें सभी का हित है. गलत जानकारी देने पर ही कंटेनमेंट जोन बनते हैं, जिससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन में रह रहे सभी लोगों को नियमों को मानना होगा. साथ ही कोरोना संक्रमण से ज्यादा प्रभावित शहरों से आने वाले लोगों को जिला प्रशासन संस्थागत क्वारंटाइन में रखेगा. सिर्फ 5 वर्ष से कम और 80 वर्ष से ज्यादा के लोगों को ही होम क्वारंटाइन किया जाएगा.
ऊना में संस्थागत क्वारंटाइन के बेहतर प्रबंध
डीसी संदीप कुमार ने कहा कि जिला ऊना में संस्थागत क्वारंटाइन के बेहतर प्रबंध किए गए हैं. किसी भी व्यक्ति को हॉल में नहीं ठहराया जा रहा है. जिला प्रशासन ने मैरिज पैलेस व होटलों में भी क्वारंटाइन की व्यवस्थाएं बनाई हैं. इसलिए संस्थागत क्वारंटाइन में रहने से घबराएं नहीं. वहीं, प्रशासन ने पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था भी की है.
जुलाई-अगस्त में मंदिर नहीं खुलेंगे
इसके अलावा जिलादंडाधिकारी संदीप कुमार ने साफ किया कि ऊना जिला में माता चिंतपूर्णी सहित अन्य मंदिर जुलाई और अगस्त महीने में नहीं खुलेंगे. प्रदेश सरकार के इस संबंध में एसओपी जारी करने के बाद ही जिला प्रशासन अपनी तैयारी करेगा और पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही मंदिर खोलने को अनुमति दी जाएगी.
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