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फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर पाई डाक विभाग में नौकरी, पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच - फर्जी सर्टिफिकेट से हासिल की नौकरी

भारतीय डाक विभाग के तहत हरोली उपमंडल में कार्यरत डाक सेवक के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने डाक विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

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Published : May 4, 2021, 2:19 PM IST

ऊना: भारतीय डाक विभाग के तहत हरोली उपमंडल के दुलैहड़ में कार्यरत डाक सेवक के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने का मामला सामने आया है. आरोपी की पहचान नंदकिशोर मीणा निवासी राजस्थान के रूप में हुई है. पुलिस ने डाक विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर आरोपी डाक सेवक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

विभाग की नियमित जांच में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा

मिली जानकारी के मुताबिक डाक विभाग की प्रक्रिया के तहत ही डाक सेवक नंदकिशोर मीणा के शैक्षणिक प्रमाण पत्र को नियमित जांच के लिए मंगवाया गया था. जांच के दौरान नंदकिशोर मीणा का दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. बताया जा रहा है कि इसी फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नंदकिशोर मीणा को डाक विभाग में नौकरी करने का मौका मिला है. विभागीय कर्मचारियों ने फौरन मामले की जानकारी पुलिस को दी.

डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहता ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने डाक कर्मचारी के फर्जी प्रमाण पत्र को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. वहीं, विभाग के ही अधिकारियों की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें:- काष्ठकुणी शैली में बनेगा मनाली का स्वागत द्वार, 12 लाख आएगी लागत

ऊना: भारतीय डाक विभाग के तहत हरोली उपमंडल के दुलैहड़ में कार्यरत डाक सेवक के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने का मामला सामने आया है. आरोपी की पहचान नंदकिशोर मीणा निवासी राजस्थान के रूप में हुई है. पुलिस ने डाक विभाग के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर आरोपी डाक सेवक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

विभाग की नियमित जांच में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा

मिली जानकारी के मुताबिक डाक विभाग की प्रक्रिया के तहत ही डाक सेवक नंदकिशोर मीणा के शैक्षणिक प्रमाण पत्र को नियमित जांच के लिए मंगवाया गया था. जांच के दौरान नंदकिशोर मीणा का दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. बताया जा रहा है कि इसी फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नंदकिशोर मीणा को डाक विभाग में नौकरी करने का मौका मिला है. विभागीय कर्मचारियों ने फौरन मामले की जानकारी पुलिस को दी.

डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहता ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने डाक कर्मचारी के फर्जी प्रमाण पत्र को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. वहीं, विभाग के ही अधिकारियों की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

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