ऊना: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े गांव देहलां की लोअर देहलां पंचायत में सड़कों पर पसर रहा गंदा पानी एक तरफ जहां ग्रामीणों को भीषण बीमारियों की चपेट की तरफ बढ़ा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ यही पानी लोगों के खेतों में घुसकर फसलों को भी क्षति पहुंचा रहा है. दरअसल, ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे अरसे से यह पानी नालियों से होते हुए सड़क और खेतों में जा रहा है, लेकिन किसी ने भी इसकी ड्रेनेज को दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई. जहां एक तरफ इस पानी के कारण डेंगू मलेरिया जैसी घातक बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ लगातार खेतों में हो रही सप्लाई के कारण फसले भी बर्बाद हो चुकी है. यहां तक की खेतों में जाना भी मुश्किल हो चुका है.
'ड्रेनेज दुरुस्त करने के लिए 3.81 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार': पंचायत के प्रधान राहुल मेनन का कहना है कि इस ड्रेनेज को दुरुस्त करने के लिए 3.81 लाख रुपए का एस्टीमेट तैयार किया गया है, जल्द इस काम को पूरा करते हुए ग्रामीणों को राहत दी जाएगी. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संबंध में ग्राम पंचायत को भी कहा गया, लेकिन 2 महीने बीत जाने के बावजूद गंदे पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया. ग्राम पंचायत कार्यालय के बिल्कुल साथ सड़क पर बह रहा यह गंदा पानी न केवल स्थानीय लोगों के लिए आफत बना है, बल्कि यहां से रोजमर्रा गुजरने वाले लोगों को भी इस पानी के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
'फसलों को पहुंचा है काफी नुकसान': स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क से पलटकर खेतों में इस पानी के जाने के कारण किसान अपने खेतों में फसलों का रखरखाव भी नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं नाली से बाहर आ चुका यह पानी सड़क के किनारे लोगों के घरों में भी सेप्टिक टैंक आदि को नुकसान पहुंचा रहा है. वहीं, पंचायत प्रधान राहुल मेनन का कहना है कि इस समस्या के निदान को लेकर पंचायत द्वारा काम शुरू कर दिया गया है. जिसके लिए करीब 3.81 लाख रुपये के काम का टेंडर किया जा रहा है. जल्द इस ड्रेनेज को दुरुस्त करते हुए सड़क पर बहने वाले पानी का निपटान किया जाएगा.
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