ऊना: जिला मुख्यालय के साथ सटे गांव लालसिंगी में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के बच्चों ने शुक्रवार देर शाम कोई जहरीला फल निगल लिया. जिसके चलते सभी बच्चों की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई और बच्चों को लगातार उल्टियां होती रही. घटना के वक्त बच्चों के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी के लिए अपनी झुग्गियों से दूर गए हुए थे. श्रमिकों ने वापस आकर अपने बच्चों को लगातार उल्टियां करते देखा तो उन्हें संदेह हुआ. जिसके चलते वे फौरन अपने बच्चों को लेकर रीजनल अस्पताल ऊना भागे.
हालांकि अस्पताल में 12 बच्चों को उपचाराधीन कराया गया है लेकिन प्रवासी श्रमिकों का कहना है कि कुछ बच्चों को उनके परिजन निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिए लेकर गए हैं. बताया जा रहा है कि बच्चों ने जहरीला फल निगल लिया है. जिसके चलते उनकी हालत बिगड़ी है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी अस्पताल पहुंची और बच्चों के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. क्षेत्रीय अस्पताल लाए गए जहरीला फल निगलने वाले 12 बच्चों की उम्र 3 साल से 9 साल तक के बीच बताई गई है.
रीजनल अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास चौहान ने बच्चों का उपचार शुरू किया. बताया कि सभी बच्चों का उपचार जारी है अभी उन्हें चिकित्सकों की देखरेख में अस्पताल में ही रखा जा रहा है. बता दें कि घटना के दौरान सभी बच्चों के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी के चलते झुग्गी झोपड़ियों से दूर गए हुए थे. उन्हें भी काम से वापस लौटकर बच्चों की हालत खराब होने की जानकारी मिली. जहरीला फल निगलने वाले बच्चे लगातार उल्टी कर रहे थे. बच्चों की सेहत बिगड़ने के तुरंत बाद एक के बाद एक क्षेत्रीय अस्पताल में 12 बच्चे पहुंचे. सभी का चिकित्सकों की देखरेख में उपचार किया जा रहा है. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस भी भी मौके पर पहुंची और परिजनों के बयान दर्ज किए.
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