ऊना: जिला मुख्यालय के नजदीक की ग्राम पंचायत लोअर कोटला कलां के ग्रामीणों का गुस्सा वीरवार को उस वक्त भड़क उठा जब बरसाती पानी की समस्या हल न होने के कारण गांव के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ गया. ग्रामीणों ने जल शक्ति विभाग (Water Power Department) के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि साथ लगते गांव लोअर अरनियाला से आने वाले गंदे नाले का बहाव शहर की फ्रेंड्स कॉलोनी से हटाकर कोटला कलां की तरफ मोड़ दिया गया है.
एक तरफ अपने ही गांव के ऊपरी क्षेत्र के बरसाती पानी का बहाव यहां संभल नहीं पा रहा वहीं दूसरी ओर साथ लगते गांव के गंदे पानी को भी यहां पर मोड़ कर स्थानीय लोगों की समस्याओं को बढ़ा दिया गया है. अब हालत यह है कि बरसात के पानी के साथ साथ गंदे नाले का पानी भी लोगों के घरों और खेतों में जा रहा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि हाईकोर्ट ने जल शक्ति विभाग को बरसाती पानी की निकासी का प्रबंध मार्च 2021 तक करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जल शक्ति विभाग ने समय रहते इस पर कोई काम नहीं किया. जिसके चलते अब ग्रामीणों को एक बार फिर हाईकोर्ट का रुख करना पड़ सकता है.
उधर जल शक्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर के बरसाती पानी की ड्रेनेज के लिए करीब 22.48 करोड रुपए की परियोजना मंजूर हुई है. इसका निर्माण होते ही कोटला कलां की बरसाती पानी की समस्या का हल भी स्थाई तौर पर किया जाएगा. ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि अब भी जल शक्ति विभाग ने उनकी समस्या को हल्के में लिया तो उन्हें हाईकोर्ट का रुख करने के साथ-साथ विभाग के खिलाफ भी मोर्चा खोलना पड़ेगा.
वहीं, जलशक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता अरविंद सूद ने कहा कि कोटला कलां में बरसाती पानी की निकासी को लेकर बेहतर योजना पर काम किया जा रहा है. ऊना शहर की ड्रेनेज का प्रोजेक्ट पूरा होते ही कोटला कलां के भी पानी को उसके साथ मिलाकर लोगों को राहत दिलाई जाएगी.
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