ऊना: हिमाचल प्रदेश में खनन माफियाओं का हौसला दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी खनन माफियाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं, लेकिन प्रदेश में अवैध खनन का कारोबार बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला जिला ऊना से है. जहां पुलिस थाना हरोली के तहत कांटे गांव में अवैध खनन का मामले सामने आया है. कांटे गांव में स्वां खड्ड तटबंध को उखाड़कर मलकीती भूमि पर रास्ता बनाकर अवैध खनन किया जा रहा है. हरोली पुलिस ने शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
स्वां खड्ड में अवैध खनन: पुलिस को दी शिकायत में कांटे गांव निवासी दीपा ने बताया कि गांव में स्वां खड्ड तटबंध के साथ मलकीती भूमि है. जिसका कुछ हिस्सा स्वां नदी से जोड़ने वाले चैनेलाइज तटबंध के तहत आता है. शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव का ही जरनैल सिंह, ठाकरां का जितेंद्र कुमार, पालकवाह का नरेश कुमार, सूरज कुमार और करमपुर के जसविंदर सिंह ने रमन कुमार की जेसीबी की मदद से अवैध खनन को अंजाम दिया. इस दौरान इन्होंने कांटे की खड्ड व शिकायतकर्ता की जमीन के पास से तटबंध को उखाड़ कर फेंक दिया. इसके साथ ही शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी जमीन में से अवैध खनन किया गया और रेत से भरे ट्रैक्टर निकालने के लिए दोनों तरफ से रास्ता भी बना लिया गया.
6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज: डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पुलिस ने शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला कर लिया है. आगामी कार्रवाई हरोली पुलिस द्वारा की जा रही है. गौरतलब है कि खनन मामले को लेकर प्रदेश भर में राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो चुकी हैं. एक तरफ जहां भाजपा प्रदेश सरकार को अवैध खनन को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस भी पूर्व भाजपा सरकार के समय खनन गतिविधियों को संरक्षण दिए जाने के आरोप लगा रही है. हालांकि जिला भर में बरसात के चलते 15 सितंबर तक हर प्रकार के खनन पर प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद अवैध खनन को अंजाम देने वाले लोग नियमों की अनदेखी कर रहे हैं.
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