ऊना: चिंतपूर्णी विधानसभा सीट पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है. यहां भाजपा प्रत्याशी बलबीर सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह के बीच मुख्य मुकाबला है. बात अगर इस सीट के इतिहास की करें तो इस सीट पर 5 बार कांग्रेस, 4 बार भाजपा और 1 बार निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. 2017 में भाजपा के बलबीर सिंह को इस सीट पर जीत मिली थी. वहीं, इस बार भी भाजपा ने बलबीर सिंह पर ही विश्वास जताया है वहीं, कांग्रेस ने सुदर्शन सिंह पर दांव खेला है.
कौन है भाजपा प्रत्याशी बलबीर सिंह: 59 वर्षीय बलबीर सिंह हिमाचल की राजनीति में एक अच्छी और मजबूत पकड़ रखते हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप कुमार को 8 हजार से ज्यादा वोटों के मार्जिन से हराया था. ऐसे में भाजपा ने एक बार फिर बलबीर सिंह को चुनावी जंग में उतारा है. वहीं, बात अगर इनकी शिक्षा की करें तो बलबीर सिंह ने ग्रेजुएशन की है. (Himachal Pradesh elections result 2022)
कौन है कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह: इस बार कांग्रेस ने चिंतपूर्णी सीट पर नए चेहरे को उतारा है. 41 वर्षीय सुदर्शन सिंह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि वह पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं. वहीं, बात अगर इनकी शिक्षा की करें तो सुदर्शन सिंह बारहवीं पास हैं. (Chintpurni Assembly Seat)
दोनों प्रत्याशियों के पास इतनी संपत्ति: कांग्रेस और भाजपा के दोनों ही प्रत्याशी करोड़ों की संपत्ति के मालिक है. भाजपा प्रत्याशी बलबीर सिंह के पास तीन करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है वहीं, उन पर 80 लाख से ज्यादा की देनदारी भी है. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह के पास 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. वहीं, इन पर 10 करोड़ से ज्यादा की देनदारियां है.
चिंतपूर्णी सीट पर जंग होगी दिलचस्प: इस सीट पर सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है. वैसे तो इस सीट पर कांग्रेस का ज्यादा वर्चस्व रहा है लेकिन पिछले चुनाव में बलबीर सिंह ने ये सीट भाजपा की झोली में डाली थी. खैर इस बार देखना काफी दिलचस्प होगा की बलबीर सिंह क्या फिर से जनता का विश्वास जीत पाते हैं या फिर कांग्रेस बाजी पलटेगी. वहीं, इसके अलावा बीएसपी से विरेंद्र कुमार, आम आदमी पार्टी से राम पॉल और केवल कुमार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. अब देखना ये है कि कौन चुनावी समीकरण को कितना प्रभावित करता है.
चिंतपूर्णी विधानसभा सीट पर मतदान: 12 नवंबर को हुई वोटिंग में ऊना जिले में 76.91% मतदान हुआ है. वहीं, बात करें चिंतपूर्णी सीट की तो यहां मतदान 73.19 फीसदी हुआ है. इसके अलावा अगर 2017 के चुनावों की बात करें तो 2017 में ऊना जिले में मतदान 75.79 % हुआ था. वहीं, चिंतपूर्णी सीट पर 2017 में 72.69% वोटिंग हुई थी.
चिंतपूर्णी में ये थे जनता के मुद्दे: यहां पर जनता के मुख्य मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, सड़कों की बदहाल स्थिति और पानी की समस्या है. ऐसे में जनता कौन से प्रत्याशी और पार्टी पर अपना भरोसा जताएगी ये तो 8 दिसंबर को ही पता चल पाएगा. खैर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है. दोनों ही पार्टियां अपनी- अपनी जीत का दावा कर रही है. 8 दिसंबर को पता चल जाएगा कि हिमाचल में रिवाज बदलेगा या फिर राज बदलेगा.
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