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चिंतपूर्णी में उद्यान विभाग ने लगाया प्रशिक्षण शिविर, जीरो बजट खेती के बारे में दी जानकारी

बागवानों के लिए चिंतपूर्णी की पंचायत में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. शिविर में जीरो बजट खेती के साथ फलदार पौधों की पैदावार बढ़ाने और पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक तरीके से उपचार करने की विधि बताई गई.

training camp in Chintpurni
चिंतपूर्णी में उद्यान विभाग ने लगाया प्रशिक्षण शिविर
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Published : Jan 18, 2020, 8:23 PM IST

ऊना: चिंतपूर्णी की पंचायत में उद्यान विभाग की ओर से बागवानों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. शिविर में जीरो बजट खेती के साथ फलदार पौधों की पैदावार बढ़ाने और पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक तरीके से उपचार करने की विधि बताई गई.

training camp in Chintpurni
उद्यान विभाग ने लगाया प्रशिक्षण शिविर

बागवानी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि जीरो बजट खेती से सब्जी और बागवानी की फसल का उत्पादन किया जा सकता है. इससे किसानों और बागवानों को अतिरिक्त पैसा खर्च नहीं करना पड़ता.

training camp in Chintpurni
जीरो बजट खेती के बारे में दी जानकारी

वहीं, उद्यान विकास अधिकारी डॉ. रिद्विमा ने बागवानों को जीवामृत, घनजीवामृत, फसल सुरक्षा प्राकृतिक कीटरोधक नीमास्त्र और बीज मृत बनाने की विधियों के बारे में जानकारी दी. रिद्विमा ने बताया कि प्राकृतिक खेती से किसान खुशहाल हो सकते हैं.

ये भी पढे़ं: किन्नौर का पुरबनी झूला में चट्टानें गिरने से NH-5 फिर बंद, यात्री फंसे

ऊना: चिंतपूर्णी की पंचायत में उद्यान विभाग की ओर से बागवानों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. शिविर में जीरो बजट खेती के साथ फलदार पौधों की पैदावार बढ़ाने और पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक तरीके से उपचार करने की विधि बताई गई.

training camp in Chintpurni
उद्यान विभाग ने लगाया प्रशिक्षण शिविर

बागवानी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि जीरो बजट खेती से सब्जी और बागवानी की फसल का उत्पादन किया जा सकता है. इससे किसानों और बागवानों को अतिरिक्त पैसा खर्च नहीं करना पड़ता.

training camp in Chintpurni
जीरो बजट खेती के बारे में दी जानकारी

वहीं, उद्यान विकास अधिकारी डॉ. रिद्विमा ने बागवानों को जीवामृत, घनजीवामृत, फसल सुरक्षा प्राकृतिक कीटरोधक नीमास्त्र और बीज मृत बनाने की विधियों के बारे में जानकारी दी. रिद्विमा ने बताया कि प्राकृतिक खेती से किसान खुशहाल हो सकते हैं.

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Intro:-उद्यान विभाग ने लगाया दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविरBody:धर्मसाल महंता में जीरो बजट खेती के बारे में दी जानकारी
-उद्यान विभाग ने लगाया दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
चिंतपूर्णी
धर्मसल महंता (खास) पंचायत में उद्यान विभाग ने बागवानाें के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन केिया, जिसमें जीरो बजट खेती के साथ फलदार पौधों की पैदावार बढ़ाने और पौधों को बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक तरीके से उपचार करने की विधियां बताईं। बागवानी विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डा. अशोक कुमार ने बताया कि जीरो बजट की खेती से खाद्यान्न, सब्जी और बागवानी की फसल का उत्पादन किया जा सकता है और इससे किसानों व बागवानों को अतिरिक्त पैसा नहीं खर्च करना पड़ता। वहीं, उद्यान विकास अधकिारी डा. रिद्विमा ने बागवानों को जीवामृत, घनजीवामृत, फसल सुरक्षा प्राकृतिक कीटरोधक नीमास्त्र और बीज मृत बनाने की विधियों के बारे में जानकारी दी।
बताया कि प्राकृतिक खेती से किसान खुशहाल हो सकते हैं। इस मौके पर उद्यान प्रसार अधिकारी सतीश कुमार, ट्रेनी मनोहर लाल और स्थानीय पंचायत प्रधान गुरमीत कौर सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।Conclusion:
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