ऊना: महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से आज जिला ऊना में एक बूटा बेटी के नाम योजना की पहल की गई है. महिला एवं बाल विकास विभाग अब बेटियों को बचाने के साथ-साथ पर्यावरण को भी संरक्षित करने पर भी बल दे रहा है. जिसकी शुरूआत आज विभाग ने एक बूटा बेटी के नाम योजना के साथ की है.
सतपाल सिंह सत्ती ने जिला मुख्यालय की नजदीकी ग्राम पंचायत बसोली में इस अभियान की शुभारंभ पौधरोपण के साथ की. इसके साथ ही उन्होंने 26 बच्चियों के अभिभावकों को प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई 12 हजार रुपये प्रति बच्ची की दर से दी जाने वाली एफडीआर भी सौंपी. उन्होंने लोगों से भी आहवान किया की बेटियों के महत्व को समझें और उनका संरक्षण करने के साथ-साथ बेटों के समान उनका पालन पोषण करें.
वहीं, सत्ती ने पर्यावरण संरक्षण का पाठ भी कार्यक्रम में मौजूद लोगों को पढ़ाया. जिला मुख्यालय की नजदीकी ग्राम पंचायत बसोली में बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग ने पर्यावरण और बेटियों के संरक्षण को लेकर अनूठी संयुक्त पहल का शुभारंभ किया. उन्होंने समाज के सभी वर्गों को 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का संदेश देते हुए बेटों के समान बेटियों का पालन पोषण करने की नसीहत दी.
इसके साथ ही सतपाल सिंह सत्ती ने ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी समाज के प्रत्येक वर्ग का सहयोग मांगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की दिशा में बेहतर कार्य कर रही है. सत्ती ने लोगों से बरसात के दो महीने में बढ़चढ़ कर पौधरोपण करने का आह्वान किया ताकि पर्यावरण का संरक्षण हो सके.
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