ऊना: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला ऊना के सूचना शिक्षा एवं सम्प्रेषण प्रभाग ने ऊना के वार्ड नंबर 4 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस अभियान के तहत एक दिवसीय जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया.
सीएमओ डॉ. रमन कुमार शर्मा ने बताया कि जागरूता शिविर में जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शारदा सारस्वत ने प्रतिभागी किशोरियों को इस दिवस के मनाए जाने बारे जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस वर्ष 2000 से मनाया जा रहा है. यह दिवस हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सौजन्य से मनाया जाता है.
शारदा सारस्वत ने बताया कि एचआईवी/एड्स छूत का रोग नहीं है और यह मुख्यत: असुरक्षित यौन संबंध से, संक्रमित सिरिंज या सुइयों के इस्तेमाल से, दूषित रक्त चढ़ाने से और संक्रमित एचआईवी पॉजिटिव मां से होने वाले बच्चे को हो सकता है. उन्होंने बताया कि अगर किसी कारणवश कोई व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव हो जाता है, तो वह एंटी रेट्रो वायरल दवाइयां लेकर अपने जीवन को लंबे समय तक जी सकता है.
जिला स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण ने बताया कि किशोरावस्था के दौरान सही जानकारी के अभाव में, कई बार दोस्तों के दबाव में आकर किशोर जोखिम भरा व्यवहार कर बैठते हैं. आंकड़े बताते हैं कि इस वजह से 15-24 वर्ष की आयु में एचआईवी/एड्स सबसे ज्यादा हो सकता है.
युवा वर्ग समाज का चालक होता है, युवाओं में वह शक्ति होती है जो किसी भी समाज और नीतियों की दिशा बदल सकती है. इसी को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया जाता है.
इस अवसर पर किशोरियों में नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया. जिसमें वंशिका पहले, अंशुल दूसरे, विशाली तीसरे स्थान पर रही. विजेताओं को 300 रूपये, 250 रूपये, 200 रूपये की नकद राशी दी गई.
नेहा और अंजली को 100-100 रूपये का नकद सांत्वना पुरस्कार दिया गया. इसके अतिरिक्त नशे के दुष्प्रभाव व बचाव के बारे में और कोविड-19 की विस्तृत जानकारी भी दी गई और हाथ धोने की सही तकनीक के बारे में बताया गया.
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