ऊना: शराब तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम के साथ मारपीट में अपने स्टाफ पर लगे आरोपों के बाद भाजपा के निशाने पर आये कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने प्रदेश सरकार पर उनकी आवाज को दबाने का आरोप लगाया है. रायजादा ने कहा कि खनन और नशा माफिया के विरुद्ध मेरी आवाज को दबाने के लिए ही मुझे टारगेट किया गया है. रायजादा ने सोशल मीडिया पर गाड़ी से शराब पकड़े जाने की अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ भी पुलिस में शिकायत सौंपी है. भाजपा द्वारा विधायक की सदस्यता रद्द करने की उठाई गई मांग पर रायजादा ने कहा कि अगर मेरे खिलाफ कोई मामला सिद्ध होता है तो मैं खुद ही इस्तीफा दे दूंगा.
रायजादा ने कहा कि पुलिस की जिस तरह की कार्रवाई हुई है उससे प्रतीत होता है कि सरकार और पुलिस खनन और नशा माफिया के खिलाफ मेरे द्वारा उठाई गई आवाज को दबाने के लिए पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. रायजादा ने कहा कि मेरे पीए और ड्राइवर पीएसओ को छोड़ने संतोषगढ़ जा रहे थे, लेकिन रास्ते में हो रही लड़ाई को देख वहां खड़े हो गए. रायजादा ने कहा कि मेरी लड़ाई नशा माफिया के खिलाफ है ना कि नशा माफिया को बचाने के लिए. रायजादा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मेरे स्टाफ का मेडिकल रात ही करवा दिया गया, जबकि पुलिस द्वारा अपने कर्मचारियों का मेडिकल मंगलवार दोपहर को करवाया गया.
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