ऊना: इस बार जिला ऊना में आलू की अच्छी पैदावार हुई है. इस बार किसानों को आलू के दाम भी अच्छे मिल रहे हैं. यहां का आलू प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में भी खूब बिक रहा है. भौगोलिक दृष्टि से भले ही ऊना प्रदेश का एक छोटा जिला है, लेकिन इस जिले को प्रदेश का खाद्यान्न भंडार कहलाने का गौरव हासिल है.
सरकार की विभिन्न कृषि योजनाओं और नवीनतम कृषि तकनीक का पूरा फायदा उठा कर यहां के किसान ना केवल अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहे हैं, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
अन्न उत्पादन और बेमौसमी सब्जियों की खेती में तो इस जिला के किसानों ने नाम कमाया ही है, साथ ही इस जिला को आलू उत्पादन में भी प्रदेश का एक अग्रणी जिला बनाया है. इस बार लाॅकडाउन की लंबी अवधि के बीच भी यहां आलू की बंपर फसल हुई है, जिससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. वैसे भी ऊना जिला की कृषि उपज में आलू फसल का अहम स्थान है. आलू उत्पादन यहां वर्ष में दो बार रबी व खरीफ मौसम में किया जाता है. आलू की यह पैदावार कृषकों की आय में महत्वपूर्ण योगदान है.
रबी मौसम में 922 हेक्टेयर भूमि से 13 हजार 830 मीट्रिक टन, जबकि खरीफ मौसम में 947 हेक्टेयर क्षेत्र से 14 हजार 205 मीट्रिक टन आलू हुआ. इस बार भी जिला में आलू की बंपर फसल हुई है. जिला में तैयार आलू की उपज को जिला सहित अन्य बाहरी मंडियों में बेचा जाता है. इसके साथ-साथ इस आलू को चिप्स बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है. जिससे कृषकों को काफी लाभ मिला है. कृषि अधिकारी सुरेश कपूर ने बताया कि कृषकों को कुफरी ज्योति का बीज अनुदान पर उपलब्ध करवाया गया था. जिससे आलू की अच्छी पैदावार हुई है.