ऊना: हिमाचल प्रदेश में बीजेपी अब नशे के खिलाफ कार्रवाई करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित करेगी. बीजेपी नशे की खेप पकड़ने वाले जांबाज पुलिसकर्मियों को सार्वजनिक मंच पर सम्मानित कर समाज को नशे के खिलाफ जागरूक करने की मुहिम चलाने जा रही है.
नशे के काले कारोबार पर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी ने प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार पर नशे को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है. बीजेपी नेता प्रो. रामकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में चिट्टा माफिया सक्रिय थे, लेकिन अब बीजेपी सरकार नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी के तहत हरोली में भारी मात्रा में भुक्की की खेप बरामद की गई है.
बता दें कि दो दिन पहले ऊना पुलिस ने एक ट्रक से 1700 किलोग्राम भुक्की पकड़ने में सफलता हासिल की थी. भुक्की की खेप 58 प्लास्टिक की बोरियों में भरकर बाहरी राज्य से ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र में पहुंचाई जा रही थी. प्रो. रामकुमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय वर्ष 2006 में तत्कालीन डीएसपी ऊना दिवाकर शर्मा ने हरोली में करीब 3 क्विंटल भुक्की बरामद की थी. इस पर कांग्रेस सरकार ने डीएसपी दिवाकर शर्मा का तबादला कर दिया था, जिसके बाद हरोली में नशा माफिया बेखौफ हो गया.
बीजेपी नेता प्रो. रामकुमार ने कहा कि अब बीजेपी सरकार के समय हरोली में भुक्की की बड़ी खेप बरामद की गई है, जो शासन और प्रशासन के लिए बड़ी उपलब्धि है. ऐसे में अब बीजेपी ने पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का फैसला लिया है. वहीं, कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने भी पुलिसकर्मियों को सम्मानित किये जाने का स्वागत किया है, लेकिन वर्ष 2006 में तत्कालीन डीएसपी ऊना दिवाकर शर्मा के कार्यकाल को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.
विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि हाल ही में पकड़ी गई भुक्की का श्रेय ऊना एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रण की बजाय बिलासपुर के एसपी दिवाकर शर्मा को दिया जा रहा है, जो कि गलत है. इसके अलावा कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने कोविड फंड पर भी सवाल खड़े किए हैं.उन्होंने सरकार से खर्च किए गए पैसे का हिसाब मांगा है. कांग्रेस विधायक ने जल्द ही बड़े खुलासे का दावा किया है.
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