ऊनाः लोकसभा चुनाव के दौरान आश्रय शर्मा ने भाजपा से टिकट न मिलने पर अपने दादा पंडित सुखराम के साथ कांग्रेस का दामन थामा था, वहीं उनके पिता अनिल शर्मा ने इन चुनावों में न तो भाजपा के लिए प्रचार किया न ही बेटे आश्रय के लिए. चुनाव के दौरान ही जयराम सरकार में मिले मंत्रीपद से अनिल शर्मा ने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन वो अभी भी भाजपा के विधायक हैं.
अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने अनिल शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने जल्द उन पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं. बता दें बुधवार को मंडी में हुई भाजपा की आभार रैली में विधायक अनिल शर्मा पहुंचे थे, लेकिन मंच पर कुर्सी न मिलने पर वापस घर लौट गए.
मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि अनिल शर्मा को मंच पर कुर्सी न मिलने की जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से ही मिली है. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा पर कार्रवाई को लेकर प्रदेश भाजपा 20 जून को फैसला ले सकती है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 20 जून को भाजपा कोर कमेटी की बैठक होगी जिसमें भाजपा के सभी, सासंस, विधायक और पदाधिकारी शामिल होंगे. इस मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी जिसमें अनिल शर्मा का मामला भी सबके सामने रखा जाएगा.