ऊनाः जिला ऊना में कोरोना पूरी तरह से बेकाबू हो चुका है. बीते 24 घंटों के बीच सौ से ज्यादा लोगों के पॉजिटिव आने और तीन से चार लोगों की मौतें दर्ज होने के बाद सरकार और प्रशासन सतर्क हो गए हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दिशा निर्देशों के बाद कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने मंगलवार को संक्रमण को रोकने की रणनीति पर चर्चा की.
पालकवाह अस्पताल हो रहा तैयार
इसके साथ ही उन्होंने हरोली में कोरोना के मरीजों के लिए बनाए गए अस्पताल के भर जाने के बाद आपात स्थिति से निपटने के लिए शुरू किए जा रहे दूसरे अस्पताल का भी जायजा लिया. हरोली अस्पताल में कोई बेड खाली न बचने के बाद पालकवाह में 51 बेड का दूसरा अस्पताल तैयार किया जा रहा है. इसमें 21 बेड को तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला में कोरोना संक्रमितों की हर दिन बढ़ती तादाद के चलते स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन चिंता में है.
बेकाबू हो रहा कोरोना
जिला में वैश्विक महामारी के चलते बद से बदतर होती स्थिति पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर को आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश जारी किए हैं. इसी के मद्देनजर मंगलवार को कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया. बैठक में वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए.
कृषि मंत्री ने ली बैठक
कृषि मंत्री ने डीसी ऊना और सीएमओ ऊना के साथ अन्य अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी बैठक में शामिल कर जरूरी कदम उठाने बारे दिशा निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में जहां एक तरफ वैश्विक महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर लोगों में इसके प्रति खौफ बिलकुल खत्म होता जा रहा है. यही कारण है कि लोग गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रहे हैं और कोरोना वायरस लगातार फैलता जा रहा है.
कोरोना से लड़ाई की तैयारी
जिला के एकमात्र डेडिकटेड कोरोना हेल्थ सेंटर में कोई भी बेड खाली न बचने के बाद अब मरीजों को हरोली उप मंडल के ही पालकवाह में तैयार मेक शिफ्ट अस्पताल में रखा जाएगा. मंगलवार से अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए शुरू किया गया है. अस्पताल में एक साथ 51 कोरोना संक्रमित रखे जा सकेंगे. साथ ही इनके लिए ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा भी रहेगी. जिला में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है.
वर्तमान में डीसीएचसी हरोली में 30 मरीज उपचाराधीन हैं. वहीं मेक शिफ्ट अस्पताल में वेंटिलेटर समेत ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी. इस अस्पताल में 51 बेड की सुविधा उपलब्ध रहेगी. फिलहाल आपातकाल में इस अस्पताल में 21 बेड की व्यवस्था शुरू की जा रही है.
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