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विधानसभा प्राक्कलन समिति की बैठक में जमकर लगी अधिकारियों की क्लास, DC को दिए गए ये निर्देश

धर्मशाला स्मार्ट सिटी में गुणवत्ता को विकास कार्यों में नजर अंदाज किया जा रहा है. नगर निगम चहेते ठेकेदारों पर मेहरबान दिख रही है. प्राक्कलन समिति की डीआरडीए सभागार धर्मशाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राक्कलन समिति के सभापति रमेश ध्वाला ने ये बात कही.

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Published : Jul 11, 2019, 9:32 AM IST

Updated : Jul 11, 2019, 1:49 PM IST

विधानसभा प्राक्कलन समिति की बैठक

कांगड़ा: धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बल्कि बैड सिटी बनती जा रही है. गुणवत्ता को विकास कार्यों में नजर अंदाज किया जा रहा है. वहीं, नगर निगम चहेते ठेकेदारों पर मेहरबान दिख रही है.ये बात हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की डीआरडीए सभागार धर्मशाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राक्कलन समिति के सभापति रमेश ध्वाला ने कही. ध्वाला ने कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि स्मार्ट सिटी धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बल्कि बैड सिटी बनती जा रही है.

विधानसभा प्राक्कलन समिति की बैठक

लोगों की शिकायतों में ये भी कहा गया है कि स्मार्ट सिटी का कोई वर्किंग प्लान और न ही कोई सिस्टम है. नगर निगम में किसी ठेकेदार को एक काम तक नहीं दिया जा रहा, जबकि कुछ ठेकेदारों पर नगर निगम बहुत मेहरबान है. नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए ध्वाला ने काम में सुधार की बात कही. ध्वाला ने कहा कि धर्मशाला में पर्यटकों का आगमन लगा रहता है. शहर में न तो पार्किंग व्यवस्था है और न ही रेन शेल्टर. नगर निगम कोई काम नहीं कर रहे.

बैठक में नगर निगम अधिकारियों से ध्वाला ने पूछा कि पिछले डेढ़ साल पहले कितने टेंडर आवंटित हुए और उनमें से कितनों पर काम चल रहा है. इस पर निगम अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब न दे पाने पर ध्वाला ने कहा कि काम लेने के बावजूद ठेकेदार काम नहीं कर रहे तो उन्हें जुर्माना क्यों नहीं लगाया गया.बैठक में जब अधिकारियों से विभिन्न संसाधनों से होने वाली आय के बारे में पूछा गया तो अधिकारी इसका भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. बिना तैयारी के आए अधिकारियों पर ध्वाला नाराज दिखे. ध्वाला ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजाति को नगर निगम के कार्यों की जांच कर रिपोर्ट विधानसभा समिति को भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नगर निगम के कार्यों का क्या स्टेट्स है, जो कार्य आवंटित हुए हैं, वो कब तक पूरे होंगे, इसकी जांच कर पूरी रिपोर्ट विधानसभा को भेजी जाए.

वहीं, पूर्व सीएम शांता कुमार का सौरव वन ‌विहार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहीं ओर शिफ्ट हो सकता है. ये संकेत धर्मशाला में हुई हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की बैठक में कमेटी के सदस्यों ने दिए हैं. समिति के अध्यक्ष रमेश चंद ध्वाला की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों ने न्यूगल खड्ड किनारे बने सौरव वन विहार को खतरे से खाली करार नहीं दिया है. उनका कहना था कि न्यूगल खड्ड में काफी बाढ़ आती है.

कांगड़ा: धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बल्कि बैड सिटी बनती जा रही है. गुणवत्ता को विकास कार्यों में नजर अंदाज किया जा रहा है. वहीं, नगर निगम चहेते ठेकेदारों पर मेहरबान दिख रही है.ये बात हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की डीआरडीए सभागार धर्मशाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राक्कलन समिति के सभापति रमेश ध्वाला ने कही. ध्वाला ने कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि स्मार्ट सिटी धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बल्कि बैड सिटी बनती जा रही है.

विधानसभा प्राक्कलन समिति की बैठक

लोगों की शिकायतों में ये भी कहा गया है कि स्मार्ट सिटी का कोई वर्किंग प्लान और न ही कोई सिस्टम है. नगर निगम में किसी ठेकेदार को एक काम तक नहीं दिया जा रहा, जबकि कुछ ठेकेदारों पर नगर निगम बहुत मेहरबान है. नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए ध्वाला ने काम में सुधार की बात कही. ध्वाला ने कहा कि धर्मशाला में पर्यटकों का आगमन लगा रहता है. शहर में न तो पार्किंग व्यवस्था है और न ही रेन शेल्टर. नगर निगम कोई काम नहीं कर रहे.

बैठक में नगर निगम अधिकारियों से ध्वाला ने पूछा कि पिछले डेढ़ साल पहले कितने टेंडर आवंटित हुए और उनमें से कितनों पर काम चल रहा है. इस पर निगम अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब न दे पाने पर ध्वाला ने कहा कि काम लेने के बावजूद ठेकेदार काम नहीं कर रहे तो उन्हें जुर्माना क्यों नहीं लगाया गया.बैठक में जब अधिकारियों से विभिन्न संसाधनों से होने वाली आय के बारे में पूछा गया तो अधिकारी इसका भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. बिना तैयारी के आए अधिकारियों पर ध्वाला नाराज दिखे. ध्वाला ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजाति को नगर निगम के कार्यों की जांच कर रिपोर्ट विधानसभा समिति को भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नगर निगम के कार्यों का क्या स्टेट्स है, जो कार्य आवंटित हुए हैं, वो कब तक पूरे होंगे, इसकी जांच कर पूरी रिपोर्ट विधानसभा को भेजी जाए.

वहीं, पूर्व सीएम शांता कुमार का सौरव वन ‌विहार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहीं ओर शिफ्ट हो सकता है. ये संकेत धर्मशाला में हुई हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की बैठक में कमेटी के सदस्यों ने दिए हैं. समिति के अध्यक्ष रमेश चंद ध्वाला की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों ने न्यूगल खड्ड किनारे बने सौरव वन विहार को खतरे से खाली करार नहीं दिया है. उनका कहना था कि न्यूगल खड्ड में काफी बाढ़ आती है.

Intro:धर्मशाला- धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बल्कि बैड सिटी बनती जा रही है। गुणवत्ता को विकास कार्यों में नजरअंदाज किया जा रहा है और नगर निगम चहेते ठेकेदारों पर मेहरबानी दिखा रहा है। यह बात हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की  डीआरडीए सभागार धर्मशाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राक्कलन समिति के सभापति रमेश ध्वाला ने कही। ध्वाला ने कहा कि ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि स्मार्ट सिटी धर्मशाला स्मार्ट नहीं, बैड सिटी बन रही है। लोगों की शिकायतों में यह भी कहा गया है कि स्मार्ट सिटी का कोई वर्किंग प्लान नहीं है, कोई सिस्टम नहीं है। 

नगर निगम में किसी ठेकेदार को एक काम तक नहीं दिया जा रहा, जबकि कुछ को छह-छह काम अवार्ड कर दिए गए हैं। नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए ध्वाला ने काम में सुधार की बात कही। ध्वाला ने कहा कि धर्मशाला में पर्यटकों का आगमन लगा रहता है, यहां न तो पार्किंग व्यवस्था है न ही रेन शेल्टर व शौचालय की सुविधा। उन्होंने कहा कि नगर निगम अधिकारी किस लिए बैठे हैं यहां, जब काम नहीं होने हैं तो। 
नगर निगम अधिकारियों से ध्वाला ने पूछा कि पिछले डेढ़ साल पहले कितने टेंडर अवार्ड हुए तथा उनमें से कितनों पर काम चल रहा है। इस पर निगम अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब न दे पाने पर ध्वाला ने कहा कि काम लेने के बावजूद ठेकेदार काम नहीं कर रहे तो उन्हें जुर्माना क्यों नहीं लगाया गया। करोड़ों रुपये पड़े हैं, उनके काम कब होंगे। जब निगम अधिकारियों से विभिन्न संसाधनों से होने वाली आय बारे पूछा गया तो अधिकारी इसका भी उपयुक्त जवाब नहीं दे पाए। बिना तैयारी के आए अधिकारियों पर ध्वाला नाराज दिखे। 






Body:ध्वाला ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजाति को नगर निगम के कार्यों की जांच कर रिपोर्ट विधानसभा समिति को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम के कार्यों का क्या स्टेटस है, जो कार्य अवार्ड हुए हैं, वो कब तक पूरे होंगे, इसकी जांच कर पूरी रिपोर्टिंग विधानसभा को भेजी जाए। 

हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति रमेश ध्वाला ने कहा कि सरकारी जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं, ऐसे में अधिकारी फंसेंगे। वहीं उन्होंने मनरेगा कार्यों  का निरीक्षण सुनिश्चित करने की बात भी कही। हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की डीआरडीए सभागार धर्मशाला में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए रमेश ध्वाला ने कहा कि सरकारी जमीनों पर दुकानें व मकान निर्मित किए जा रहे हैं। अवैध कब्जे हो रहे हैं, लेकिन अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पा रहे। आलम यह है कि मंदिर की भूमि पर लोगों ने मकान तक बना लिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर हो रहे अवैध कब्जों पर अधिकारी चैक रखें, अन्यथा अधिकारी फंसेंगे। ध्वाला ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर पानी व सड़क सहित अन्य सुविधाओं पर जोर दिया जाए, क्योंकि सड़कें किसी भी क्षेत्र की भाग्य रेखाएं होती हैं। 
ध्वाला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो कार्य चल रहे हैं उनका निरीक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कई पंचायतों में मनरेगा के तहत 2-2 करोड़ रुपये के सेल्फ बनाए गए हैं। कई पंचायतों में देखा गया है कि प्रधानों व पंचों में तालमेल नहीं होता। ऐसे में पंचों के कार्यों को भी चैक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई कर्मचारी 10-10 साल से एक ही जगह पर डटे हुए हैं। ध्वाला ने कहा कि डीसी, डीपीओ, बीडीओ पंचायत स्तर पर कार्यों के निरीक्षण हेतू मीटिंग करें।





Conclusion:पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का सौरव वन ‌विहार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहीं ओर शिफ्ट हो सकता है। यह संकेत धर्मशाला में हुई हिमाचल प्रदेश विधानसभा की प्राक्कलन समिति की बैठक में कमेटी के सदस्यों ने दिए हैं। समिति के अध्यक्ष रमेश चंद धवाला की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों ने न्यूगल खड्ड किनारे बने सौरव वन विहार को खतरे से खाली करार नहीं दिया है। उनका कहना था कि न्यूगल खड्ड में काफी बाढ़ आती है। ऐसे में करोड़ों रुपये यहां पर खर्च करने का कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। इससे अच्छा है कि इस पैसे को कहीं और लगाया जाए, जिससे ऐसा ही एक पर्यटक स्थल विकसित किया जा सके। वही समिति के सदस्यों ने इस दौरान जिले में नशे ओर अवैध खनन पर भी चिंता जताई और साथ मे ही पुलिस थानों के प्रभारियो को भी घेरा की वो सब जानते हुए भी कुछ नहीं करते है क्योंकि वो हफ्ता लेते है।

Last Updated : Jul 11, 2019, 1:49 PM IST
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