सोलन: ट्रक ऑपरेटरों ने 19 जनवरी को बिलासपुर के नौणी से बिलासपुर तक एक विशाल आक्रोश रैली निकालने का ऐलान किया है. जिसमें बरमाणा ट्रक ऑपरेटर्स और दाड़लाघाट के ट्रांसपोर्टर्स एक संयुक्त रैली के रूप में बिलासपुर पहुंचने पर उपायुक्त बिलासपुर को एक ज्ञापन सौंपेंगे. बाघल लैंडलूजर के पूर्व प्रधान राम कृष्ण शर्मा ने कहा कि दाड़लाघाट की आठ सभाओं की कोर कमेटी ने निर्णय लिया कि 21 जनवरी को शिमला सचिवालय में प्रदेश के तमाम ट्रक ऑपरेटर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक ज्ञापन सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि शिमला सचिवालय में जाने के बाद ही चक्का जाम, महापंचायत करने को लेकर अगली रणनीति बनाई जाएगी.
दाड़लाघाट के ट्रक ऑपरेटरों ने चेतावनी दी है कि प्रदेश के बड़े नेता विधायक व सांसद उनके आंदोलन के समर्थन में नहीं उतरे तो वे उनका विरोध भी करेंगे. ऑपरेटरों ने संसदीय क्षेत्र शिमला के सांसद सुरेश कश्यप पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रक ऑपरेटर 35 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सांसद ने उनकी सुध लेना भी जरूरी नहीं समझा. मंगलवार को अदानी ग्रुप के साथ माल ढुलाई भाड़ा विवाद के चलते दाड़लाघाट के ट्रांसपोर्टर्स को शांतिपूर्ण आंदोलन करते 35 दिन हो गए हैं. लेकिन माल भाड़ा विवाद का हल निकलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है.
ट्रक ऑपरेटर्स की आठ सोसाइटीज का कहना है कि प्रदेश सरकार इस मसले के हल पर आश्वासन पर आश्वासन दिए जा रही है. वहीं, केंद्र सरकार में इस प्रदेश के दो महानुभाव अनुराग ठाकुर जो केंद्र सरकार में मंत्री हैं व जगत प्रकाश नड्डा जो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इसी प्रदेश के बिलासपुर जिले से संबंध रखते हैं, लेकिन उनकी भी इस विषय पर कोई टिप्पणी अभी तक सामने नहीं आई है. जबकि इन दोनों में से बिलासपुर जिला एक का चुनावी क्षेत्र है और एक का गृह जिला है यह दोनों नेता अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं.
वहीं, ट्रांसपोर्टर्स यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष व एसडीटीओ सभा दाड़लाघाट के उपप्रधान नरेश गुप्ता ने कहा कि आठ सभा की कोर कमेटी के सदस्यों ने 19 जनवरी को नौणी से बिलासपुर तक आक्रोश रैली निकालने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि कोर कमेटी द्वारा जो रूपरेखा बनाई जाएगी उसको ट्रक ऑपरेटरों के बीच रखा जाएगा. उन्होंने ऑपरेटरों की हितों की रक्षा के लिए सभी से मिलजुलकर इस विवाद को सुलझाने के लिए एकजुट रहने का आवाह्न किया.
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