सोलन: शहर में सब्जी बेचकर अपना गुजर बसर करने वाले रेहड़ी फड़ी धारक वीरवार को नगर निगम पहुंचे. जहां उन्होंने थोड़ी देर के लिए अपनी मांगों को लेकर हंगामा किया. रेहड़ी फड़ी धारकों की मांग है कि जब तक उन्हें कोई उचित जगह रेहड़ी लगाने के लिए नहीं मिल जाती है तब तक उन्हें वहीं बैठने दिया जाए जहां वे लोग अपनी रेहड़ी लगाते हैं. वहीं, नगर निगम प्रशासन का कहना है कि जल्द ही वेंडर मार्केट का कार्य पूरा हो जाएगा और रेहड़ी फड़ी धारकों को दुकानें दे दी जाएंगी.
नगर निगम पहुंचे मां शूलिनी रेहड़ी फड़ी विकास समिति के अध्यक्ष महिताब सिंह ने बताया कि वे फोरलेन के किनारे पिछले 15-20 सालों से सब्जी बेचकर अपने घर का पालन पोषण कर रहे हैं, लेकिन अब जब से फोरलेन का कार्य शुरू हुआ है तब से उन्हें यहां से उठाकर बाईपास में बनी वेंडर मार्केट में शिफ्ट किया गया था, लेकिन वेंडर मार्केट में गंदगी होने से और बारिश का पानी अंदर आने से वहां बैठने में दिक्कत हो रही थी.
'वेंडर मार्केट बनने तक उन्हें वहीं बैठने दिया जाए जहां वे लोग बैठे हैं'
ऐसे में उन्होंने अपनी रेहड़ी बाहर लगाकर सब्जियां बेचना शुरू कर दिया, लेकिन लगातार उन्हें नगर निगम कर्मचारियों द्वारा तंग किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उनकी सिर्फ एक ही मांग जब तक वेंडर मार्केट नहीं बन जाती है तब तक उन्हें वहीं बैठने दिया जाए जहां वे लोग बैठे हैं.
जब इस मुद्दे को लेकर नगर निगम (Municipal Corporation) कमिश्नर एलआर वर्मा से बात की गई तो से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज रेहड़ी फड़ी लगाने वाले दो दल उनसे मिलने के लिए आए थे, जिसमें पंजीकृत रेहड़ीधारक और अवैध रूप से रेहड़ी धारक उनसे मिलने के लिए आए थे.
15 जुलाई तक रेहड़ी धारकों को वेंडर मार्केट तैयार करके दे दी जाएगी
नगर निगम (Municipal Corporation) कमिश्नर एलआर वर्मा ने कहा कि फोरलेन कार्य के चलते इन रेहड़ी धारकों को एनएच से हटाकर वेंडर मार्केट में शिफ्ट करने की योजना है. जिसमें से 48 दुकानें तैयार हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि 15 जुलाई तक रेहड़ी धारकों को वेंडर मार्केट तैयार करके दे दी जाएगी. उन्होंने कहा कि किस तरह से दुकानों का आबंटन रेहड़ी धारकों को किया जाना है इसका फैसला कल होनी वाली नगर निगम की बैठक में किया जाएगा.
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