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झोलाछाप नीम-हकीमों की अब खैर नहीं, लाइन पर लाएगा पुलिस का डंडा - himachal police

सड़कछाप नीम हकीमों की अब खैर नहीं है. सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी कर जड़ी-बूटियां बेचने वाले इन नीम-हकीमों पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इन झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सोलन के एसएसपी मधुसूदन के निर्देशानुसार एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है.

कार की चेकिंग करती पुलिस.
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Published : Jul 10, 2019, 4:32 PM IST

सोलन: जिला पुलिस की नजर इन दिनों सड़क के किनारे तंबू व गाड़ियां खड़ी कर लाइलाज बीमारियों को ठीक करने का दावा करने वाले नीम-हकीमों पर है. इसी कड़ी में एसएसपी मधुसूदन के निर्देशानुसार एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है.

पुलिस की टीम ने सोलन के सभी क्षेत्रों में जाकर नीम-हकीमों व वैद्यों पर कार्रवाई की. इस दौरान मिनी सेक्ट्रेट रोड़ पर खड़े एक वाहन में चल रहे जड़ी-बूटी व आयुर्वेदिक दवाई बेचने वालों पर शिकंजा कसा गया. पुलिस ने सोनू निवासी नालागढ़ की गाड़ी में रखी जड़ी-बूटियों व दवाओं को चैक किया. चैकिंग के दौरान विक्रेता पुलिस को दवाइयों की पूरी जानकारी नहीं दे पाया. विक्रेता के पास गाड़ी के कागजात भी नहीं थे.

मौके पर मौजूद एएसआई भूम प्रकाश ने बताया कि गाड़ी में रखी जड़ी-बूटियां असली है या नकली इसकी तफ्तीश की जाएगी. साथ ही अगर यह लोग गाड़ी के कागजात नहीं दिखा पाए तो इनकी गाड़ी को भी जब्त किया जाएगा.

solan
कार में बेची जा रही जड़ी बूटियां.

सबसे बड़ी बात ये है कि ये खुद को डॉक्टर भी बताते हैं, इसके अलावा इनकी जड़ी-बूटियों से निर्मित दवाइयों की कीमत किसी भी बड़ी कंपनी की दवाओं से कई गुना अधिक है. सोलन में कई स्थानों पर यह लोग पूरे परिवार सहित बाहर से आकर बसे हुए हैं और इन लोगों ने कहीं पर भी अपना व अपने परिवार का पंजीकरण नहीं करवा रखा है. जिसपर फिलहाल प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

गौर रहे कि इस तरह के सड़क छाप नीम-हकीम जोड़ों का दर्द, बवासीर, पेट की बीमारियों, शारीरिक कमजोरी जैसी लाइलाज बीमारियों को ठीक करने के दावे करते हैं. इन कथित डॉक्टरों के पास न कोई रजिस्ट्रेशन नंबर है और न ही कोई ऐसा प्रमाण पत्र और न ही प्रदेश में इन दवाईयों को बेचने की कोई अनुमति है. चंबाघाट मार्ग व आसपास के क्षेत्रों में ऐसे नीम-हकीम बैठे हैं, जो लाइलाज बीमारियों के इलाज के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं और जड़ी-बूटियों के नाम पर बेवकूफ बनाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं.

सोलन: जिला पुलिस की नजर इन दिनों सड़क के किनारे तंबू व गाड़ियां खड़ी कर लाइलाज बीमारियों को ठीक करने का दावा करने वाले नीम-हकीमों पर है. इसी कड़ी में एसएसपी मधुसूदन के निर्देशानुसार एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है.

पुलिस की टीम ने सोलन के सभी क्षेत्रों में जाकर नीम-हकीमों व वैद्यों पर कार्रवाई की. इस दौरान मिनी सेक्ट्रेट रोड़ पर खड़े एक वाहन में चल रहे जड़ी-बूटी व आयुर्वेदिक दवाई बेचने वालों पर शिकंजा कसा गया. पुलिस ने सोनू निवासी नालागढ़ की गाड़ी में रखी जड़ी-बूटियों व दवाओं को चैक किया. चैकिंग के दौरान विक्रेता पुलिस को दवाइयों की पूरी जानकारी नहीं दे पाया. विक्रेता के पास गाड़ी के कागजात भी नहीं थे.

मौके पर मौजूद एएसआई भूम प्रकाश ने बताया कि गाड़ी में रखी जड़ी-बूटियां असली है या नकली इसकी तफ्तीश की जाएगी. साथ ही अगर यह लोग गाड़ी के कागजात नहीं दिखा पाए तो इनकी गाड़ी को भी जब्त किया जाएगा.

solan
कार में बेची जा रही जड़ी बूटियां.

सबसे बड़ी बात ये है कि ये खुद को डॉक्टर भी बताते हैं, इसके अलावा इनकी जड़ी-बूटियों से निर्मित दवाइयों की कीमत किसी भी बड़ी कंपनी की दवाओं से कई गुना अधिक है. सोलन में कई स्थानों पर यह लोग पूरे परिवार सहित बाहर से आकर बसे हुए हैं और इन लोगों ने कहीं पर भी अपना व अपने परिवार का पंजीकरण नहीं करवा रखा है. जिसपर फिलहाल प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

गौर रहे कि इस तरह के सड़क छाप नीम-हकीम जोड़ों का दर्द, बवासीर, पेट की बीमारियों, शारीरिक कमजोरी जैसी लाइलाज बीमारियों को ठीक करने के दावे करते हैं. इन कथित डॉक्टरों के पास न कोई रजिस्ट्रेशन नंबर है और न ही कोई ऐसा प्रमाण पत्र और न ही प्रदेश में इन दवाईयों को बेचने की कोई अनुमति है. चंबाघाट मार्ग व आसपास के क्षेत्रों में ऐसे नीम-हकीम बैठे हैं, जो लाइलाज बीमारियों के इलाज के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं और जड़ी-बूटियों के नाम पर बेवकूफ बनाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं.

Intro:सड़कछाप नीम हकीमो की अब खैर नही, सड़कछाप नीम हकीमो पर चला पुलिस का डंडा

झोलाछाप नीम हकीमो की अब खैर नही है। सोलन पुलिस की नजर इन दिनों उन पर है जो सड़क के किनारे तंबू व गाड़िया खड़ी कर लाइलाज बीमारियों को ठीक करने का दावा कर रहे है।

इसी कड़ी में एसएसपी मधुसूदन के निर्देशानुसार एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की टीम ने सोलन के सभी क्षेत्रों में जा कर नीम हकीमो व वैद्यो पर कार्यवाही की।Body:
इस दौरान मिनी सेक्ट्रेट रोड पर खड़े एक वाहन में चल रहे जड़ी बूटी व आयुर्वेदिक दवाई बेचने वालो पर शिकंजा कसा। इस दौरान सोनू निवासी नालागढ़ की गाड़ी में रखी जड़ी बूटियों व दवाओं को चैक किया, जिसमें ये जड़ी बूटियां बेचने वाला पुलिस को नही बता पाया कि उसके पास कौन कौन सी दवाइयां है तथा जिस गाड़ी में वह दवाइयां बेच रहा था उसके कागज़ात भी उसके पास नही थे।

मौके पर मौजूद एएसआई भूम प्रकाश ने बताया कि गाड़ी में रखी जड़ी बूटियों असली है या नकली इसकी तफ्तीश की जाएगी साथ ही अगर यह लोग गाड़ी के कागज़ात नही दिखा पाए तो इनकी गाड़ी को भी जपत किया जाएगा।Conclusion:गौर रहे कि इस तरह के झोले छाप नीम हकीम जोड़ो का दर्द, बवासीर, पेट की बीमारियो, शारीरिक कमजोरी जैसी लाइलाज बीमारियों को ठीक करने के दावे करते हैं, न तो इन नीम हकीमों के पास कोई रजिस्टे्रशन नंबर है और न ही कोई ऐसा प्रमाण पत्र और न ही प्रदेश में इन दवाईयों को बेचने की कोई अनुमति है। चंबाघाट मार्ग व आसपास के क्षेत्रों में ऐसे नीम हकीम बैठे है जो लाइलाज बीमारियों के उपचार के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं और जड़ी-बूटियों के नाम पर बेवकूफ बनाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।

सबसे बड़ी बात ये है कि ये खुद को डॉक्टर भी बताते है, इसके अलावा इनकी जड़ी बूटियों से निर्मित दवाइयों की कीमत किसी भी बड़ी कम्पनी की दवाओं से कई गुना अधिक है। सोलन में कई स्थानों पर यह लोग पूरे परिवार सहित बाहर से आकर बसे हुए है तथा इन लोगो ने कही पर भी अपना व अपने परिवार का पंजीकरण नही करवा रखा है।


फ़ोटो कैप्शन-
1, कार में बेची जा रही जड़ी बूटियों की फ़ोटो।
2, कार की चेकिंग करते एएसआई।
3, रेट कार्ड की फ़ोटो।
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