कसौली: औद्योगिक क्षेत्र परवाणू के विद्युत सबस्टेशन में पैनल ब्लास्ट होने का उद्योगों पर पड़ा है. उद्योगों को 29 घंटे बिजली बंद रहने से करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया. इससे उद्योग मालिक विद्युत बोर्ड की कार्यप्रणाली से काफी परेशान हुए. कई उद्योगों में आपात ऑर्डर निपटाने के लिए जनरेटर का सहारा लेना पड़ा. अधिकतर प्रभाव कामली और खड़ीन क्षेत्र में स्थित औद्योगिक इकाईयों को हुआ है.
वहीं, परवाणू में 10 तो बनासर में 24 घंटे तक बिजली आपूर्ति के बिना लोगों को रहना पड़ा. इससे दुकानदारों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ा है. बिजली आपूर्ति न होने से रोजमर्रा का सामान दूध, दही और मक्खन अधिक गर्मी के कारण खराब हो गया. वहीं विद्युत आपूर्ति को बहाल करने के लिए सब स्टेशन की टीम के साथ चंडीगढ़ और सोलन विद्युत बोर्ड की टीमें रविवार शाम 04:45 तक लगी रही.
औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में शनिवार दोपहर 12:00 बजे विद्युत सब-स्टेशन के पैनल में ब्लास्ट हो गया. इसके बाद पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. ब्लास्ट होने के बाद टीमों ने तुरंत बिजली को बहाल करने का कार्य किया. जिसके बाद परवाणू क्षेत्र में 10 घंटे बाद आपूर्ति बहाल हो सकी. जबकि बनासर क्षेत्र के लिए रविवार को करीब 24 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी. लेकिन खड़ीन और कामली क्षेत्र के लिए टीमें डटी रही. शाम करीब 04:30 बजे तक टीम लगी रही और कामली क्षेत्र के गांव में आपूर्ति बहाल की गई. इस क्षेत्र में उद्योग अधिक होने के कारण काफी नुकसान हुआ है.
ई. परविंदर सिंह सहायक अभियंता विद्युत बोर्ड परवाणू ने बताया कि शनिवार करीब 12:00 बजे बोर्ड के सब-स्टेशन के पैनल में ब्लास्ट हो गया. इस कारण परवाणू, कामली, खड़ीन और बनासर क्षेत्र के फीडर ठप हो गए. परवाणू के कुछ क्षेत्रों में रात को बिजली बहाल की गई, जबकि कुछ क्षेत्रों में रविवार सुबह और शाम को विद्युत आपूर्ति को बहाल किया गया. इसके लिए 30 लोगों की टीम कार्य करती रही.
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