सोलन: लगभग 7 महीने बाद अब कोरोना के डर के बीच लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना शुरू हो चुका है. हालांकि, कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. फिर भी सरकार ने देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रदेशों और जिलों को खोल दिया है, ताकि लोग अपना व्यापार फिर से शुरू कर सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर ला सकें.
लॉकडाउन के चलते कई महीनों तक उनकी दुकानें बंद रही. इस कारण व्यापारियों को लाखों का नुकसान भी झेलना पड़ा, लेकिन अब त्योहारी सीजन आ चुका है. शादियों का सीजन भी चल पड़ा है. ऐसे में अब उम्मीद जग रही है कि उनकी जिंदगी भी पटरी पर लौटेगी.
बॉर्डर खुलने पर सामान लाना हुआ आसान
व्यापारियों के अनुसार लॉकडाउन के मुकाबले अब उनकी स्थिति ठीक हो रही है. धीरे-धीरे स्थिति सही करने के लिए सरकार भी कई कदम उठा रही है. सरकार ने सबसे पहले हिमाचल-पंजाब की सीमाओं को खोलने का फैसला लिया, जिसके कारण अब व्यापारी अपना सामान बाहर से लेकर आ पा रहे हैं.
व्यापारियों की अपील
अनलॉक में अब लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों का रुख भी करने लगे हैं. इसके बावजूद अभी भी सबसे बड़ी समस्या उनके सामने लोगों का ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ ज्यादा ध्यान देना है. लोग बाजार में निकलते जरूर हैं, लेकिन दुकानों में चीजें देखने के बाद उसे ऑनलाइन खरीदने की बात करते हैं. इसकी सीधी मार दुकानदारों पर पड़ती है. व्यापारियों ने लोगों से अपील की है कि वे लोग ऑनलाइन खरीदारी को छोड़ छोटे व्यापारियों से अब बाजार में आकर खरीदारी करें, ताकि व्यापारी के कारोबार पर ठप न हो.
दुकानों से करें खरीदारी
विदेशों की बड़ी बड़ी कंपनियां ऑनलाइन शॉपिंग करवाती हैं. इनमें चाइनीज कंपनियां भी शामिल हैं. इससे पहले देश हित में चाइनीज चीजों के बहिष्कार की अपील की जाने लगी थी. वहीं, अब व्यापारी भी कह रहे हैं कि ऑनलाइन न जाकर अपने घरों के आस-पास की दुकानों से सामान खरीदें, जिससे सरकार को भी टैक्स मिलेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी.
कोरोना वायरस से हर वर्ग प्रभावित हुआ है. हालांकि, अभी तक कोरोना वायरस का खतरा कम नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी स्थिति को देखते हुए बाजार खोल दिए गए है. इसका लाभ भी दुकानदारों को मिल रहा है, लेकिन इसका पूरा फायदा छोटे दुकानदारों को मिले. इसके लिए व्यापारी लोगों से ऑनलाइन शॉपिंग छोड़ दुकानों का रूख करने की अपील कर रहे हैं.