सोलन: हिमाचल प्रदेश में प्रदेश सरकार सचिवालय में जनता दरबार लगाने की बजाय ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश सरकार अब एक्टिव मोड में आ गई है. जानकारी के अनुसार, 8 जनवरी से 12 फरवरी तक पूरे प्रदेश में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री और मंत्री से लेकर सभी कांग्रेस विधायक, विधानसभा चुनावों में पार्टी प्रत्याशी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे. इस दौरान वे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से मिलेंगे तथा प्रदेश सरकार द्वारा 1 वर्ष में किए कार्यों से लोगों को अवगत कराएंगे.
मंत्री,विधायक,पार्टी प्रत्याशी 1 दिन में 2 पंचायतों का करेंगे दौरा: बता दें कि 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम में मंत्री, विधायक और पार्टी प्रत्याशी एक दिन में 2 पंचायतों का दौरा करेंगे. इस दौरान वे पंचायत के लोगों से मिलने का प्रयास करेंगे. इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों की विशेष तौर पर ड्यूटी लगाई गई है. पदाधिकारी अपनी-अपनी पंचायतों के कार्यकर्ता और अन्य लोगों को पंचायत स्तर पर एकत्र करेंगे, जहां पर जनसभा की जाएगी.
राज्य को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर योजनाओं की दी जाएगी जानकारी: कार्यक्रम के दौरान लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी बताएंगे. इस दौरान लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी जाएगी. लोगों को आपदा से हुए नुकसान तथा प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र से सहायता नहीं मिलने के बावजूद उठाए गए कदमों से अवगत कराया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री करेंगे 'सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम' की अध्यक्षता: सोलन में भी ग्राम पंचायत नौणी में सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल करेंगे. मंत्री शांडिल इस दौरान सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत नौणी में ग्राम सभा भवन का लोकार्पण भी करेंगे.
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