सोलन: हिमाचल प्रदेश में मौसम बदल चुका है. ऊपरी क्षेत्रों में जहां बर्फबारी हो रही है तो निचले मैदानी क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि जारी है. सोमवार दोपहर बाद सोलन में जहां एक तरफ बारिश हुई है तो वहीं, पर्यटन नगरी कसौली और इसके आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है. हालांकि बारिश से जहां किसानों की फसलों को फायदा हुआ है तो वहीं, दूसरी तरफ ओलावृष्टि होने से फलदार पोधों और मटर जैसी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, क्योंकि फलदार पौधों में इन दिनों फूल निकल रहा था. ओलावृष्टि होने के कारण फूलों पर खासा असर पड़ा है.
ओलावृष्टि से सेब व आड़ू को भारी नुकसान हुआ है. जिससे बागबान-किसान खासे परेशान हो गए हैं. ओलावृष्टि से एक तरफ जहां बागबानों को नुकसान पहुंचा है. वहीं, दूसरी तरफ ओलावृष्टि से लहसुन, गेहूं, मटर से किसानों की नकदी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. बारिश और ओलावृष्टि होने से अधिकतम तापमान में करीब 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी हुई है. यह बारिश फसलों के लिए संजीवनी का काम करेगी. टमाटर और शिमला मिर्च के लिए लाभदायक साबित होगी.
वहीं, प्रदेश में मौसम सुहाना होने के कारण बाहरी राज्यों से पर्यटकों की आमद भी हिमाचल प्रदेश में पड़ने लगी है. सोलन के पर्यटक स्थल कसौली और चायल में 70% बुकिंग अप्रैल माह तक पर्यटकों द्वारा होटलों की जा चुकी है. जिसको लेकर होटल व्यवसाई भी खुश नजर आ रहे हैं. जिले के पर्यटक स्थलों में इन दिनों पंजाब चंडीगढ़ हरियाणा और साउथ इंडिया से लोग घूमने के लिए आ रहे हैं, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से फसलों को खासा नुकसान पहुंच रहा है. बहरहाल आगामी 2 दिनों तक मौसम विभाग द्वारा मौसम खराब रहने की संभावना जताई गई है.
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