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सिंचाई परियोजना के सुचारू रूप से न चलने पर सड़क पर उतरी किसान सभा, मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन के माध्यम से किसान सभा के सदस्यों ने मांग की कि जल्द गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना से पंचायत इकाई ममलीग के नवगांव के अलावा सभी गांव को जोड़ा जाए.

people protest against water problem in solan
सिंचाई परियोजना के सुचारू रूप से न चलने पर सड़क पर उतरी किसान सभा
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Published : Mar 3, 2020, 8:20 PM IST

सोलन: गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना व नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना के सुचारू रूप से न चलने के कारण किसान सभा सड़कों पर उत्तर गई है. किसान सभा ने जलशक्ति विभाग सोलन के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की. साथ ही एक बार फिर किसान सभा ने इन दोनों योजनाओं को चलाने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता सुमित सूद को ज्ञापन सौंपा है और दोनों परियोजनाओं पर जल्द चलाने के लिए कहा है.

ज्ञापन के माध्यम से किसान सभा के सदस्यों ने मांग की कि जल्द गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना से पंचायत इकाई ममलीग के नवगांव के अलावा सभी गांव को जोड़ा जाए, जबकि नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना के तहत भी बहुत सारे गांव तक पानी की पाइप लाइन भी नहीं बिछी है. बता दें कि किसान सभा द्वारा पिछले दिनों गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना के सुचारू रूप से चलने की मांग जलशक्ति विभाग से की थी. साथ ही किसान सभा ने चेतावनी दी थी कि कोई कार्रवाई न हुई तो धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी.

वीडियो

इस बारे में सुमित सूद अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग मंडल सोलन ने कहा कि गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना में गांव का आपसी डिस्प्यूट है. विभाग द्वारा कई बार पाइप को जोड़ा गया है, लेकिन कई बार यह पाइप तोड़ी गई है. साथ ही नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना का भी मौके का निरीक्षण किया जाएगा और इस योजना के तहत भी पाइप लाइनों को जोड़ा जा रहा है. इस परियोजना से उठाए जाने वाले पानी की टेस्टिंग भी चली हुई है. 31 मार्च तक इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले गांव तक पानी पहुंचाया जाने का प्रयास किया जा रहा है.

गौरतलब हो कि जल शक्ति विभाग के उपमंडल कंडाघाट के नवगांव के साथ अन्य गांव में यह बकेसु योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. वर्तमान में लगभग छह गांव इससे वंचित है और पीने का पानी दूर-दूर से ढोकर लाते हैं.

इस दौरान किसान सभा वाकनाघाट इकाई के सचिव अशोक वर्मा ने बताया कि गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना 2011 को सेंक्शन हुई थी. नवगांव सहित सात गांव के लोगों को इस योजना का लाभ मिलना और इस सिंचाई योजना को लोगों तक पहुंचने के लिए दो करोड़ 23 लाख रुपए की खर्च की जानी थी. साथ ही नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना से भी अभी तक कई गांव के लोग लाभ उठाने से तरस रहे हैं. पिछले कई वर्षों से अधूरी पड़ी हुई है, जिस कारण बहुत सारे गांव को सिंचाई व पीने के पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है. किसान सभा का कहना है कि प्रशासन जल्द ही इस परियोजना का उद्घाटन करने वाला है, लेकिन अभी तक बहुत सारे गांव तक पानी की पाइप लाइन भी नहीं बिछी हुई है.

ये भी पढ़ें: कोरोना संदिग्ध मरीज पर CM जयराम ने दी प्रतिक्रिया, बोले- वायरस से निपटने के लिए सरकार तैयार

सोलन: गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना व नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना के सुचारू रूप से न चलने के कारण किसान सभा सड़कों पर उत्तर गई है. किसान सभा ने जलशक्ति विभाग सोलन के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की. साथ ही एक बार फिर किसान सभा ने इन दोनों योजनाओं को चलाने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता सुमित सूद को ज्ञापन सौंपा है और दोनों परियोजनाओं पर जल्द चलाने के लिए कहा है.

ज्ञापन के माध्यम से किसान सभा के सदस्यों ने मांग की कि जल्द गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना से पंचायत इकाई ममलीग के नवगांव के अलावा सभी गांव को जोड़ा जाए, जबकि नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना के तहत भी बहुत सारे गांव तक पानी की पाइप लाइन भी नहीं बिछी है. बता दें कि किसान सभा द्वारा पिछले दिनों गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना के सुचारू रूप से चलने की मांग जलशक्ति विभाग से की थी. साथ ही किसान सभा ने चेतावनी दी थी कि कोई कार्रवाई न हुई तो धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी.

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इस बारे में सुमित सूद अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग मंडल सोलन ने कहा कि गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना में गांव का आपसी डिस्प्यूट है. विभाग द्वारा कई बार पाइप को जोड़ा गया है, लेकिन कई बार यह पाइप तोड़ी गई है. साथ ही नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना का भी मौके का निरीक्षण किया जाएगा और इस योजना के तहत भी पाइप लाइनों को जोड़ा जा रहा है. इस परियोजना से उठाए जाने वाले पानी की टेस्टिंग भी चली हुई है. 31 मार्च तक इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले गांव तक पानी पहुंचाया जाने का प्रयास किया जा रहा है.

गौरतलब हो कि जल शक्ति विभाग के उपमंडल कंडाघाट के नवगांव के साथ अन्य गांव में यह बकेसु योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. वर्तमान में लगभग छह गांव इससे वंचित है और पीने का पानी दूर-दूर से ढोकर लाते हैं.

इस दौरान किसान सभा वाकनाघाट इकाई के सचिव अशोक वर्मा ने बताया कि गंभरपुल-बकेसु सिंचाई योजना 2011 को सेंक्शन हुई थी. नवगांव सहित सात गांव के लोगों को इस योजना का लाभ मिलना और इस सिंचाई योजना को लोगों तक पहुंचने के लिए दो करोड़ 23 लाख रुपए की खर्च की जानी थी. साथ ही नशोआ नाला से टिक्कर सिंचाई परियोजना से भी अभी तक कई गांव के लोग लाभ उठाने से तरस रहे हैं. पिछले कई वर्षों से अधूरी पड़ी हुई है, जिस कारण बहुत सारे गांव को सिंचाई व पीने के पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है. किसान सभा का कहना है कि प्रशासन जल्द ही इस परियोजना का उद्घाटन करने वाला है, लेकिन अभी तक बहुत सारे गांव तक पानी की पाइप लाइन भी नहीं बिछी हुई है.

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