सोलन: कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर दूसरे चरण में सोलन (चंबाघाट) से कैथलीघाट तक चल रहे फोरलेन कार्य से लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. सलोगड़ा के समीप डपिंग साइट पर डंप की गई मिट्टी से जोखडी गांव के लोगों को खासी समस्या आ रही है.
डंप की गई मिट्टी पर कोई भी प्रोटेक्शन न होने के कारण लगातार पत्थर व मलवा गांव की और जा रहा है. इससे जहां लोगों के खेतों के नुकसान होना शुरू हो गया है. वहीं, भारी मात्रा में गांव की तरफ आए मलबे व पत्थर से बाबड़ी भी खराब हो गई है और लोगों को दूषित पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है.
जोखडी गांव के अमर सिंह ने बताया कि सलोगड़ा में डंप की जा रही मिट्टी से लगातार भू-स्खलन हो रहा है. इस कारण पत्थर व मलबा इनकी जमीन तक पहुंच रहा है. इस समस्या को लेकर कई बार प्रशासन का दरवाजा खटखटा चुके हैं, लेकिन इनकी समस्या का हल नहीं निकला है. उन्होंने बताया कि मिटंटी व मलबा आने से उनकी पुश्तैनी जमीन में बनी बाबड़ी में भी खराब हो चुकी है. इससे उन्हें दूषित पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
कई बार इस बाबड़ी को साफ़ कर चुके है, लेकिन मिट्टी फेंकने से बार-बार बाबड़ी खराब हो रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनकी समस्या का जल्द हल निकला जाए, ताकि भविष्य में उनकी जमीन खराब ना हो.
इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प 1100 पर भी की गई, लेकिन शिकायत के 25 दिनों बाद ये कहकर पल्ला झाड़ लिया गया कि ये मामला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. इसके बाद एसडीएम सोलन को शिकायत दी गई. इस पर भी अभी तक कोई करवाई नहीं की गई है.