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अब बोर होल से निकेलगा बिरोजा, चीड़ के पेड़ को नहीं होगा नुकसान - Nauni University technique for extracting beroza

जगलों में बिरोजा निकालने पर पेडों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए अब बोर होल प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा. जिला सोलन में स्थित नौणी विश्वविद्यालय ने अब बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली इजाद की है

extracting Beroza from trees
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Published : Nov 20, 2019, 6:43 PM IST

सोलन: प्रदेश के जंगलों में बिरोजा निकालने से पेडों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए सरकार अब बोर होल प्रणाली का इस्तेमाल करेगी. जिला सोलन में स्थित नौणी विश्वविद्यालय ने अब बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली इजाद की है. बोर होल प्रणाली पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र में वन मंत्री गोविंद सिहं ठाकुर ने शिरकत की.

इस दौरान वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा को सुरक्षित रखने के लिए हर कदम उठा रही है. सरकार 2030 तक प्रदेश के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30% करने की दिशा में कार्य कर रही है. इस कार्य में सभी की सहभागिता होनी चाहिए.

extracting Beroza from trees
नौणी विश्वविद्यालय ने पेड़ों से बिरोजा निकालने के लिए ईजाद की बोर होल तकनीक

वन एवं परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश वन निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया है कि विश्वविद्यालय की ओर से किए जा रहे खोज का पूरा लाभ उठाएं. नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 80 के दशक में पेड़ के तने को क्षति से बचाने के लिए बिरोजा निकालने की तकनीक अपनाई थी. सघन रूप से बिरोजा निकालने के कारण चीड़ के हजारों पेड़ों को नुकसान हुआ था. पेड़ों को नुकसान से बचाने के लिए बोर होल तकनीक विकसित की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: हिमाचल को बचाना है: नशे के खिलाफ मुहिम जारी, सोलन पुलिस ने चालकों को किया जागरूक

सोलन: प्रदेश के जंगलों में बिरोजा निकालने से पेडों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए सरकार अब बोर होल प्रणाली का इस्तेमाल करेगी. जिला सोलन में स्थित नौणी विश्वविद्यालय ने अब बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली इजाद की है. बोर होल प्रणाली पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र में वन मंत्री गोविंद सिहं ठाकुर ने शिरकत की.

इस दौरान वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा को सुरक्षित रखने के लिए हर कदम उठा रही है. सरकार 2030 तक प्रदेश के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30% करने की दिशा में कार्य कर रही है. इस कार्य में सभी की सहभागिता होनी चाहिए.

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नौणी विश्वविद्यालय ने पेड़ों से बिरोजा निकालने के लिए ईजाद की बोर होल तकनीक

वन एवं परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश वन निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया है कि विश्वविद्यालय की ओर से किए जा रहे खोज का पूरा लाभ उठाएं. नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 80 के दशक में पेड़ के तने को क्षति से बचाने के लिए बिरोजा निकालने की तकनीक अपनाई थी. सघन रूप से बिरोजा निकालने के कारण चीड़ के हजारों पेड़ों को नुकसान हुआ था. पेड़ों को नुकसान से बचाने के लिए बोर होल तकनीक विकसित की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: हिमाचल को बचाना है: नशे के खिलाफ मुहिम जारी, सोलन पुलिस ने चालकों को किया जागरूक

Intro:नौणी विश्वविद्यालय ने इज़ात की नई प्रणाली, अब पेड़ो से बिरोजा निकालने पर नहीं होगी पेडों कि क्षति...

:- अब जंगलों में बोर होल प्रणाली से निकाला जायेगा पेड़ो से बिरोजा....

:- वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने लोगों से की इस प्रणाली का इस्तेमाल करने की कि अपील

:- गोविंद सिंह ठाकुर का कहना, 2030 तक वन क्षेत्र को 30 बढ़ाने का है टारगेट


प्रदेश के जंगलों में बिरोजा निकालने पर पेडों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए सरकार अब बोर होल प्रणाली का प्रयोग करेगी। जिला सोलन में स्थित नौनी विश्वविद्यालय ने पेड़ों के क्षेत्र से बचने के लिए अब बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली इजाद की है।
Body:वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा के वैज्ञानिक दोहन व इन्हें सुरक्षित रखने के लिए हर कदम उठा रही है उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 2030 तक प्रदेश के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30% करने की दिशा में कार्य कर रही है और इस कार्य में सभी की सहभागिता होनी चाहिए।

80 के दशक में नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पेड़ के तने की क्षति से बचाने के लिए बिरोजा निकालने की तकनीक अपनाई थी सघन रूप से बिरोजा निकालने के कारण चीड़ के हजारों पेड़ों के इस क्षति से बचाव के लिए बोर होल तकनीक विकसित की गई है।

Conclusion:

नौणी विश्वविद्यालय ने इज़ात की नई प्रणाली, अब पेड़ो से बिरोजा निकालने पर नहीं होगी पेडों कि क्षति...

:- अब जंगलों में बोर होल प्रणाली से निकाला जायेगा पेड़ो से बिरोजा....

:- वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने लोगों से की इस प्रणाली का इस्तेमाल करने की कि अपील

:- गोविंद सिंह ठाकुर का कहना, 2030 तक वन क्षेत्र को 30 बढ़ाने का है टारगेट


प्रदेश के जंगलों में बिरोजा निकालने पर पेडों को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए सरकार अब बोर होल प्रणाली का प्रयोग करेगी। जिला सोलन में स्थित नौनी विश्वविद्यालय ने पेड़ों के क्षेत्र से बचने के लिए अब बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली इजाद की है।

वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेश सरकार हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा के वैज्ञानिक दोहन व इन्हें सुरक्षित रखने के लिए हर कदम उठा रही है उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 2030 तक प्रदेश के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30% करने की दिशा में कार्य कर रही है और इस कार्य में सभी की सहभागिता होनी चाहिए।

80 के दशक में नोनी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पेड़ के तने की क्षति से बचाने के लिए बिरोजा निकालने की तकनीक अपनाई थी सघन रूप से विरोध निकालने के कारण चीड़ के हजारों पेड़ों के इस क्षति से बचाव के लिए बोर होल तकनीक विकसित की गई है।

वन एवं परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर नौणी विश्वविद्यालय में पेड़ों से बिरोजा निकालने के लिए बोर होल प्रणाली पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र के दौरान कहा कि सरकार राज्य वन निगम के माध्यम से भविष्य में विरोजा बोर होल प्रणाली के माध्यम से निकालने की दिशा में कार्य करेगी। प्रदेश वन निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय की ओर से किए जा रहे खोज का पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा और राज्य की आर्थिकी के लिए महत्वपूर्ण है।


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