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जेबीटी भर्ती में बीएड की एंट्री का विरोध, डाइट सोलन में भड़के JBT प्रशिक्षु बोले: हर सरकार ने किया है अन्याय

शनिवार को सोलन में हिमाचल प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशालय द्वारा 45 जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग की जा रही थी, लेकिन इस भर्ती में जेबीटी भर्ती के लिए बीएड डिग्रीधारकों को पात्र माने जाने पर जेबीटी प्रशिक्षु भड़क गए हैं. जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि वर्तमान में जो जेबीटी की बैच वाइज भर्ती प्रारंभिक उपनिदेशालय द्वारा शुरू हुई है, उन पदों पर केवल जेबीटी उम्मीदवारों का हक था, वहां अब बीएड उम्मीदवारों को भी लगाया जा रहा है.

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डाइट सोलन में जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थी.
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Published : Mar 4, 2023, 7:15 PM IST

डाइट सोलन में जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थी.

सोलन: इससे तो अच्छा है सरकार हमें जहर दे दे. रोज रोज भटकने से तो यही ठीक रहेगा कि सरकार हमारी जीवन लीला ही खत्म कर दे. ये कहना है सोलन के डाइट में काउंसिलिंग के लिए हमीरपुर से आई माया का जिन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वो बार बार कि काउंसिलिंग से परेशान हो चुकी है. घर में 90 वर्षीय सास है छोटे बच्चे हैं और उन्हें नौकरी तो मिल नहीं रही बल्कि सरकार कि गलत नीति के कारण ये दिन देखने को मिल रहे हैं. पिछली सरकार ने भी उनके साथ न्याय नहीं किया और न ही ये सरकार कर रही है.

शनिवार को सोलन में हिमाचल प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशालय द्वारा 45 जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग की जा रही थी, लेकिन इस भर्ती में जेबीटी भर्ती के लिए बीएड डिग्रीधारकों को पात्र माने जाने पर जेबीटी प्रशिक्षु भड़क गए हैं. इसी का विरोध करते हुए जेबीटी प्रशिक्षु माया ने कहा कि वर्तमान में जो जेबीटी की बैच वाइज भर्ती प्रारंभिक उपनिदेशालय द्वारा शुरू हुई है, उन पदों पर केवल जेबीटी उम्मीदवारों का हक था, वहां अब बीएड उम्मीदवारों को भी लगाया जा रहा है.

वहीं, जेबीटी प्रशिक्षु अनूप पटियाल ने बताया कि इससे पूर्व भी नवंबर माह में जब हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा जेबीटी टेट की अधिसूचना में बीएड उम्मीदवारों को बैठने का मौका दिया था तो उसमें भी हाई कोर्ट द्वारा उस अधिसूचना पर रोक लगा दी गई थी. उन्होंने कहा कि जेबीटी बनाम बीएड केस भी सुप्रीम कोर्ट में अंतिम चरण पर है तो ऐसे में बीच केस में शिक्षा विभाग द्वारा जेबीटी की बैच वाइज भर्ती में बीएड उम्मीदवारों को इस तरह मौक देना गलत है.

अनूप पटियाल ने कहा कि ना तो शिक्षा विभाग द्वारा जेबीटी के रूल्स छेड़े गए हैं और ना ही सरकार की ऐसी कोई मंशा है, तो फिर विभाग को भी 40,000 जेबीटी साथियों के हित में देखते हुए निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जेबीटी बैच वाइज भर्ती में जम्मू कश्मीर से ईटीटी के नकली डिप्लोमे लाकर नौकरी हासिल हुई हैं जो केस भी हाई कोर्ट में लंबित पड़ा है. भविष्य में भी अगर जेबीटी के जगह पर बीएड उम्मीदवार भर्ती किए जाते हैं तो जेबीटी छात्रों के साथ यह अन्याय होगा.

ये भी पढ़ें- सुक्खू सरकार का 5 साल का कार्यकाल नहीं होने वाला पूरा, सत्ता में काबिज होगी भाजपा: जयराम ठाकुर

डाइट सोलन में जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग के लिए आए अभ्यर्थी.

सोलन: इससे तो अच्छा है सरकार हमें जहर दे दे. रोज रोज भटकने से तो यही ठीक रहेगा कि सरकार हमारी जीवन लीला ही खत्म कर दे. ये कहना है सोलन के डाइट में काउंसिलिंग के लिए हमीरपुर से आई माया का जिन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वो बार बार कि काउंसिलिंग से परेशान हो चुकी है. घर में 90 वर्षीय सास है छोटे बच्चे हैं और उन्हें नौकरी तो मिल नहीं रही बल्कि सरकार कि गलत नीति के कारण ये दिन देखने को मिल रहे हैं. पिछली सरकार ने भी उनके साथ न्याय नहीं किया और न ही ये सरकार कर रही है.

शनिवार को सोलन में हिमाचल प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशालय द्वारा 45 जेबीटी टीचरों की भर्ती के लिए काउंसलिंग की जा रही थी, लेकिन इस भर्ती में जेबीटी भर्ती के लिए बीएड डिग्रीधारकों को पात्र माने जाने पर जेबीटी प्रशिक्षु भड़क गए हैं. इसी का विरोध करते हुए जेबीटी प्रशिक्षु माया ने कहा कि वर्तमान में जो जेबीटी की बैच वाइज भर्ती प्रारंभिक उपनिदेशालय द्वारा शुरू हुई है, उन पदों पर केवल जेबीटी उम्मीदवारों का हक था, वहां अब बीएड उम्मीदवारों को भी लगाया जा रहा है.

वहीं, जेबीटी प्रशिक्षु अनूप पटियाल ने बताया कि इससे पूर्व भी नवंबर माह में जब हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा जेबीटी टेट की अधिसूचना में बीएड उम्मीदवारों को बैठने का मौका दिया था तो उसमें भी हाई कोर्ट द्वारा उस अधिसूचना पर रोक लगा दी गई थी. उन्होंने कहा कि जेबीटी बनाम बीएड केस भी सुप्रीम कोर्ट में अंतिम चरण पर है तो ऐसे में बीच केस में शिक्षा विभाग द्वारा जेबीटी की बैच वाइज भर्ती में बीएड उम्मीदवारों को इस तरह मौक देना गलत है.

अनूप पटियाल ने कहा कि ना तो शिक्षा विभाग द्वारा जेबीटी के रूल्स छेड़े गए हैं और ना ही सरकार की ऐसी कोई मंशा है, तो फिर विभाग को भी 40,000 जेबीटी साथियों के हित में देखते हुए निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जेबीटी बैच वाइज भर्ती में जम्मू कश्मीर से ईटीटी के नकली डिप्लोमे लाकर नौकरी हासिल हुई हैं जो केस भी हाई कोर्ट में लंबित पड़ा है. भविष्य में भी अगर जेबीटी के जगह पर बीएड उम्मीदवार भर्ती किए जाते हैं तो जेबीटी छात्रों के साथ यह अन्याय होगा.

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