कसौली/ सोलनः कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बाद शनिवार-रविवार को बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया है. इसका असर कालका-शिमला एनएच-5 पर भी देखने को मिला है. हाई-वे पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम रही और कुछ एक गाड़ियां ही सड़क से गुजरती हुई दिखाई दीं. एनएच-5 पर शुक्रवार शाम से ही वाहनों की संख्या कम होना शुरू हो गई थी और शनिवार को हाई-वे पूरी तरह से सुनसान रहा.
बाजार में स्थिति को देखते हुए निजी बस सुविधा भी ना के बराबर ही रही. हालांकि, बाजार बंद होने का असर व्यापार सहित ट्रासपोर्ट व अन्य व्यवसायों पर भी पड़ा है. बता दें कि कालका-शिमला नेशनल एनएच-5 प्रदेश का सबसे व्यस्त मार्ग है. यहां से रोजाना लगभग 10 हजार से अधिक वाहन आते-जाते हैं, लेकिन शनिवार को एनएच पर कम ही गाड़ियां गुजरते दिखाई दी।
परवाणू भी रहा सुना औद्योगिक क्षेत्र
परवाणू में भी बाजार पूरी तरह सुनसान रहा. आदेशानुसार खुलने वाली दुकानें ही खुली और एसओपी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र परवाणू के सभी उद्योग भी खुलें, लेकिन ट्रान्सपोर्ट सुविधा कम होने के कारण थोड़ी परेशानी उद्योगों में कामकाज करने वाले लोगों को झेलनी पड़ी है.
बाजारों में लोग नाममात्र के दिखे लोग
प्रशासन के आदेशों के बाद सोलन के मुख्य बाजार में भी सन्नाटा पसरा रहा. जरूरी चीजों की दुकानों को छोड़ कर सभी दुकानें बंद दिखी और बाजारों में लोग नाममात्र के देखने को मिले. इस फैसले पर सब्जी विक्रेताओ सहित लोगों ने कहा कि 2 दिन के लिए संपूर्ण बंद होना चाहिए, ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके. उन्होंने कहा कि प्रशासन अगली बार 2 दिनों का संपूर्ण बंद करें तभी लाभ होगा वरना लोग बेवजह गाडियों व अन्य वाहनों में घूमते हैं.
बहरहारल अब देखना होगा कि सरकार के आदेशों की लोग किस तरह से पालना करते हैं और आने वाले समय में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए सरकार और प्रशासन किस तरह के कदम उठाते हैं.
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