सोलन: जिला सोलन में 5.33 करोड़ रुपये के हकदार ही गुम हो गए हैं. SDM कार्यालय उनके करोड़ों रुपये लेकर उन्हें ढूंढ रहा है, लेकिन वह मिल नहीं रहे हैं. इसके कारण प्रशासन की चिंता भी बढ़नी शुरू हो गई है, क्योंकि यह पैसा सभी हकदारों तक पहुंचना प्रशासन की जिम्मेदारी है. अब उनकी तलाश की जिम्मेदारी संबंधित पटवारियों को दी गई है. SDM सोलन संजय स्वरूप की अध्यक्षता में 18 राजस्व गांव के संबंधित पटवारी के साथ बैठक उन्हें 2 दिनों में सभी करीब 50 हकदारों को तलाश करने का अल्टीमेटम दिया है.
281 रुपये से 89.54 लाख रुपये तक है मुआवजा: यह सभी फोरलेन मुआवजे के हकदार हैं. इन लोगों को अभी तक मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ है. प्रशासन इन्हें मुआवजे का भुगतान करने के लिए पिछले कई सालों से इनकी खोज करने में लगा हुआ है. हैरानी की बात यह है कि यह लोग अभी तक मुआवजा लेने के लिए प्रशासन के पास ही नहीं आए हैं. यह मुआवजा 281 रुपये से लेकर 89.54 लाख रुपये है. राजस्व गांव सनवारा की भवानी देवी उर्फ नीलम को 89.54 लाख रुपये का भुगतान होना है. हैरानी की बात है कि प्रशासन को गांव में भी जाकर उनके बारे में जानकारी नहीं मिल रही है. इस तरह के करीब 50 से अधिक मामले हैं.
ये बोले SDM: एसडीएम सोलन संजय स्वरूप ने बताया कि सोलन में करीब 50 हकदारों को अभी मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ है. यह लोग नहीं मिल रहे हैं. पटवारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इनके गांव में जाकर इनका पता लगाएं. यदि दूसरे राज्यों में चले गए तो पता करें. करीब 5.23 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है. इसमें एक हकदार को 89 लाख रुपये का भुगतान किया जाना है. इसके अलावा ऐसे भी हकदार हैं जिन्हें 30 लाख रुपये से ज्यादा तो कइयों को 10 लाख रुपये से ज्यादा भुगतान होना है. ऐसे भी हैं जिन्हें 281 रुपये का मुआवजा का भी भुगतान होना है. उम्मीद है कि एक-दो दिनों में पूरे मुआवजे का भुगतान हो जाएगा.
मजेदार बात यह है कि प्रशासन पिछले कई सालों से इन सभी को ढूंढ रहा है. इनकी जमीन से फोरलेन का निर्माण भी हो गया है. हैरानी इस बात की है कि प्रशासन को यह सभी हकदार नहीं मिल रहे हैं. इनकी खोज अब फिर से शुरू हो गई है. सरकार ने भी प्रशासन को इन सभी को ढूंढ कर मुआवजा का भुगतान करने के निर्देश दिए हैं.
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