कसौली/सोलन: कालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर बड़ोग बाइपास पर कुमारहट्टी के नजदीक पांच मंजिला मकान जमींदोज हो गया. मकान धराशायी होने से ₹1.50 करोड़ रुपये का नुकसान बताया जा रहा है. गनीमत रही कि जिस दौरान यह घटना घटी उस समय मकान में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था. जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया.
घटना की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने मौके का जायजा लिया. इसी के साथ पटवारी समेत अन्य अधिकारियों को भी मौके पर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए. बताया जा रहा है कि फोरलेन निर्माण के बाद से इस मकान को काफी नुकसान हुआ और यह मकान गिरने की कगार पर था. इसे देखते हुए मकान मालिक काफी समय से यहां नहीं रह रहे थे, लेकिन उनका सामान मकान के भीतर ही पड़ा हुआ था.
जिले में मूसलाधार बारिश के बाद यह मकान बुधवार को जमींदोज हो गया. घटना के बाद मकान मालिक ने फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी समेत राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और जल शक्ति विभाग पर आरोप भी लगाए हैं. जानकारी के अनुसार हाईवे पर ग्राम पंचायत चेवा के गांव खील जासली में शीला देवी ने पांच मंजिला भवन बनाया गया था.
यह पांच मंजिला मकान बुधवार जमींदोज हो गया. घटना के दौरान आसपास रह रहे लोगों को जोरदार धमाके की आवाज आई. जिसके बाद लोगों ने धूल का बड़ा गुबार देखा. इस धूल के गुबार के छंटने के बाद पता चला की मकान पूरी तरह से धराशायी हो गया. इसके बाद लोगों मकान मालिक को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद मकान मालिक मौके पर पहुंचा. सूचना मिलने के बाद पुलिस और पटवारी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर ने बताया कि पटवारी को मौके पर भेजा गया था. रिपोर्ट बनाई गई है.
मकान मालिक रोशन लाल ने कहा फोरलेन निर्माण के चलते मकान में बारिश का पानी आ रहा था. जिसकी वजह से मकान मालिक को पहले भी कई बार मकान के गिरने का अंदेशा हो गया था. यह देखते हुए मकान में रहना बंद कर दिया था. मकान मालिक ने कहा घर के साथ जल शक्ति विभाग की 8 इंच सप्लाई पाइप भी जा रही थी. इस पाइप से पानी का रिसाव होता रहता था. उन्होंने मांग की है कि नुकसान का भरपाई की जाए.
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