सोलन: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कर्फ्यू लगाया गया है. प्रदेश सरकार समय-समय पर दिशा-निर्देश भी जारी कर रही है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल का कहना है कि कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या में गिरावट आई है.
कोरोना के मामलों में गिरावट
ईटीवी हिमाचल प्रदेश से खास बातचीत में डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि 13 मई को प्रदेश में 40,000 कोरोना के एक्टिव केस थे. मंगलवार के आंकड़े के अनुसार प्रदेश में एक्टिव मामले 23,000 के करीब रह गए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वह खुद भी प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं.
मौत के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि लगातार प्रदेश में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है, जो सरकार के लिए भी चिंता का विषय है. कोरोना संक्रमित होने पर कई लोग घर पर ही आइसोलेट हो जा रहे हैं. तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल पहुंच रहे हैं. ऐसे में उनकी रिकवरी कर पाना मुश्किल हो रहा है. इस वजह से कोरोना से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है.
3 चरणों में वैक्सीनेशन
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश में 3 चरणों में वैक्सीनेशन हो चुका है. प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. समय और जरूरत के अनुसार प्रदेश को वैक्सीनेशन मिल रही है. लोगों से अपील करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन भी करवाते रहें, लेकिन साथ में मास्क का प्रयोग, सेनिटाइजर और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें.
ब्लैक फंगस महामारी से निपटने के तैयार
प्रदेश में ब्लैक फंगस की बीमारी भी सामने आ चुकी है. प्रदेश में अब तक 5 से 6 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस ऐसे लोगों को होता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. ब्लैक फंगस का अभी सामान्य दवाइयों से इलाज हो सकता है, लेकिन प्रदेश सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए सूबे के सभी जिला अस्पतालों में इंतजाम कर रही है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में 15 जून के बाद 12वीं की परीक्षाएं संभव, दो विकल्पों पर हो रहा मंथन