सोलन: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम में होने वाली कंडक्टर भर्ती अब हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर करेगा. ये जानकारी प्रदेश परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने दी. परिवहन एवं वन मंत्री वाईएस परमार विश्वविद्यालय नौणी के 35वें स्थापना दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे.
कार्यक्रम के बाद जब मंत्री जी मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने कंडक्टर भर्ती पर पुछे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार अब इस भर्ती को लेकर सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के कड़े इंतजाम कर रही है और अब एसएससी के माध्यम से इस भर्ती को करवाया जाएगा.
दरअसल जब मंत्री जी से पुछा गया कि प्रदेश में हर जगह बसों की डिमांड जनमंच और अन्य शिकायत बैठक में देखने को मिलती है कि गांव गांव तक बसों की सुविधा लोगों को नही मिल रही. इन सवालों पर परिवहन विभाग हमेशा दलील देता है कि स्टाफ की कमी होने के कारण बसे लगाना मुश्किल है.
इस सवाल के जवाब में मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हमेशा सरकार पर आरोप लगते थे कि परिवहन विभाग में कंडक्टर और ड्राइवर भर्ती में धांधली की जाती है. इसके लिए सरकार अब कड़े सुरक्षा के इंतजाम कर रही है, ताकि ऐसी परिस्थिति आने वाले समय मे ना देखने को मिले.
उन्होंने कहा कि अब एसएससी के माध्यम से कंडकर ड्राइवर भर्ती की जायेगी. उन्होंने कहा की प्रदेश में कंडक्टर की कमी है जिसे देखते हुए प्रारूप रेखा तैयार की जा रही है.
वहीं, उन्होंने बताया कि वन माफिया के खिलाफ सरकार रणनीति बना रही है. 117 गार्डों को हथियार दिए गए हैं, ताकि फिर से कोई होशियार सिंह वन माफिया का शिकार न हो.
हिमाचल को केंद्र से मिला 1680 करोड़
इसके अलावा परिवहन एवं वन मंत्री ने बताया कि राजधानी दिल्ली में विभिन्न राज्यों के वन मंत्रियों की पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें उन्होंने भी शिरकत की थी.
इस अवसर पर मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार वन सम्पदा, वनों के रख-रखाव और प्रसार के लिए कृत संकल्प है, जो स्वच्छ पर्यावरण और प्राकृतिक संतुलन बनाने में सहायक सिद्ध हुआ,उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान हिमाचल को 1680 करोड़ केंद्र से मिला है, वहीं 31 दिसंबर तक सरकार 2020-21 की प्रारूप रेखा भी तैयार करेगी.