सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के कसौली में चल रहे खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दूसरे दिन अनुच्छेद 370 पर माहौल खूब गरमाया. यहां कुछ बुद्धिजीवियों ने केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के निर्णय को गलत करार दिया.
लिटफेस्ट में लेखिका राधा कुमार, भाजपा प्रवक्ता तुहिन ए सिन्हा, तलविन सिंह और जनरल अताहसनैन ने इस चर्चा में भाग लिया. चर्चा में बहस हुई कि अनुच्छेद 370 को केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लागू किया गया जिसके परिणाम आने वाले समय में बुरे हो सकते हैं.
वहीं, बुद्धिजीवियों की इस बात पर लिटफेस्ट के आयोजन स्थल के बाहर कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. संगठन ने लिटफेस्ट का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की.
लिटफेस्ट में लेखिका तलवीन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने सही उद्देश्य को गलत समय पर लागू किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकवाद की घटनाओं में वृद्धि होगी, केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने से पहले ना तो वहां की जनता को विश्वास में लिया और ना ही जनप्रतिनिधियों की कोई राय ली गई.
तलवीन सिंह ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि विपक्ष सरकार के खिलाफ अपना पक्ष रखने में पूरी तरह से विफल साबित हुआ है. केंद्र सरकार की खराब नीतियों के खिलाफ कोई बोलने वाला नहीं है जिस कारण सरकार जनविरोधी फैसले ले रही है.
लिटफेस्ट में पहुंचे वक्ताओं ने कहा कि जेएंडके में अनुच्छेद 370 को दोबारा बहाल कर केंद्र सरकार कश्मीरियों से माफी मांगे. साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की मांग की. इस दौरान लेखिका राधा कुमार ने कहा कि कश्मीर के लोग आजादी चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात तभी सामान्य होंगे, जब केंद्र इस निर्णय को वापस ले. सिर्फ युद्ध और बंदूकों के दम पर लोगों के दिल नहीं जीते जा सकते हैं. वहीं, जनरल अताहसनैन ने कहा कि पाकिस्तान के साथ केवल युद्ध की रणनीति कारगार साबित नहीं होगी. पड़ोसी देश पर मनोवैज्ञानिक दवाब बनाना होगा.