बद्दी: सोलन के बद्दी स्थित काठा अस्पताल में हुई संक्रमित की मौत के बाद उसे कचरे उठाने वाले ट्रैक्टर में अंतिम विदाई नसीब हुई. यह लापरवाही नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी और खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा बरती गई. जिस ट्रैक्टर से नगर परिषद शहर की गंदगी एकत्रित करता है, उसी ट्रैक्टर में शव को ले जाया गया. जब लापरवाही सामने आई तो भी नगर परिषद ईओ को अपनी गलती महसूस नहीं हुई. उन्होनें कैमरे पर आने से साफ इनकार कर दिया.
कचरे के ट्रैक्टर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति का शव
54 वर्षीय अर्की निवासी कोरोना संक्रमित मौत के बाद एक एंबुलेंस न मिलने के चलते कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर में भरकर अस्पताल से श्मशानघाट पहुंचाया गया. जानकारी के अनुसार मंगलवार रात काठा अस्पताल में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई. जब परिजनों ने बुधवार को अपने पैतृक गांव में अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस सेवा मांगी तो एक भी गाड़ी अधिकारियों द्वारा मुहैया नहीं करवाई गई. इसके बाद नगर परिषद बद्दी द्वारा शहर का कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर को भेज दिया गया. इसमें अस्पताल से भरकर शव को श्मशानघाट बद्दी में अंतिम संस्कार के लिए पहुंचाया गया.
अधिकारियों को नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब
परिजनों ने आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया है. वहीं ढूंढ के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी का कहना है कि इस तरह की लापरवाही करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. नगर परिषद ईओ आरएस वर्मा से इस मामले पर सवाल किया गया तो उन्होंने कैमरे के आगे आने से साफ इनकार कर दिया और कैमरा हटाते हुए कैमरे से दूर चले गए. एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल ने नगर परिषद बद्दी कार्यकारी अधिकारी और खंड चिकित्सा अधिकारी को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है.
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