नालागढ़/सोलन: कोरोना संकट के बीच नवांग्राम में स्थित सीमेंट फैक्ट्री के मजदूरों ने एटक यूनियन के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर कंपनी के गेट पर प्रदर्शन किया. यूनियन के प्रधान जरनैल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सीमेंट कंपनी वर्करों के साथ तानाशाही कर रही है.
मजदूरों का आरोप है कि 26 दिन की ड्यूटी की बजाय 22 दिन काम कराया जा रहा है. कंपनी कोई न कोई बहाना करके मजदूरों की सैलरी काट रही है. महीना 30 दिन का होता है, लेकिन वर्करों को 26 दिन की सैलरी दी जा रही है. यूनियन ने मांग की है कंपनी इनकी मांगों को जल्द पूरी करे.
यूनियन का कहना है कि अगर कंपनी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो मजबूरन यूनियन को संघर्ष करना पड़ेगा. यूनियन ने इस दौरान उद्योग प्रबंधन को एक मांग पत्र भी सौंपा. जिसमें कहा गया है अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तो भूख हड़ताल और उद्योग प्रबंधन का पुतला फूंक प्रदर्शन भी किया जाएगा. जिसकी सारी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन की होगी.
यह मांग की गई
- 22 दिन की ड्यूटी के बजाए 26 दिन काम दिया जाए
- कोविड-19 का रुका हुआ वेतन पूरा मिलना चाहिए
- पिछ्ले महीने की पूरी सैलरी दी जाए.
- कोई भी कटौती नहीं की जाना चाहिए
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