चंबा: हिमाचल में बाहरी राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला जारी है. कोरोना महामारी संक्रमण से बचाव के लिए बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन रहना आवश्यक है. होम क्वारंटाइन का क्या महत्व है इसकी मिसाल भटियात ब्लॉक के बलाणा गांव निवासी विजय कुमार ने पेश की है. उन्होंने खेत में टेंट लगाकर खुद को परिवार के सदस्यों से अलग रखकर क्वारंटाइन प्रोटोकॉल का पालन किया है.
विजय कुमार अपनी पत्नी और 5 साल के बच्चे के साथ 30 अप्रैल को दिल्ली से वापस आए थे. उसे होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए गए थे. उनके घर में बुजुर्ग माता और अन्य परिवार भी रहते थे, ऐसे में होम क्वारंटाइन के सभी प्रोटोकॉल का पालन उसके अनुरूप नहीं हो सकता था, इसलिए उन्होंने घर के साथ खेत में टेंट लगाकर उसमें अपनी क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने का फैसला लिया.
विजय कुमार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए एहतियातन क्वारंटाइन होने वाले अन्य लोगों के लिए भी ये संदेश दिया है कि अगर कोरोना से स्वयं भी बचना है और अपने परिवार को भी बचाना है तो होम क्वारंटाइन के सभी नियमों का पालन भी उतना ही आवश्यक रहेगा और उसमें किसी भी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए.
वहीं, उपायुक्त विवेक भाटिया ने कहा कि विजय कुमार की जागरुकता और संवेदनशीलता काबिले तारीफ है. गौर हो कि हिमाचल में तेजी के कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश के जिला कांगड़ा में छह और लोगों कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके चलते अब प्रदेश में कोरोना मामलों का आंकड़ा 104 पहुंच गया है. साथ ही कोरोना के 50 मामले एक्टिव हैं.