सोलन: सोलन शहर में इन दिनों लोगों का स्वागत कूड़े के ढेर से हो रहा है. सुबह सवेरे शहर में प्रवेश करते ही कूड़े और गंदगी के ढेर लगे होते हैं. शहर के ओल्ड बस स्टैंड के नजदीक ऑटो स्टैंड पर रविवार के दिन लगने वाली सब्जी मंडी के कारण यहां यहां हर ओर गंदगी फैल रही है. इन दिनों शहर के ओल्ड बस स्टैंड पर जहां पर कूड़े के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं. वहीं, सड़कों पर भी हर ओर कूड़ा बिखरा हुआ है.
सोलन में गंदगी का आलम: सोलन शहर में गंदगी के आलम को लेकर कई बार ऑटो ड्राइवर भी सवाल उठा चुके हैं. जिला प्रशासन और नगर निगम से भी इस मामले की ओर देखने की अपील कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई भी हल नहीं निकल पाया है. जब भी रविवार को शहर में ऑटो स्टैंड पर संडे मार्केट लगती है तो सोमवार के दिन सड़कों का यही हाल देखने को मिलता है.
ऑटो यूनियन ने जताई आपत्ति: ऑटो यूनियन सोलन के प्रधान धर्मपाल ठाकुर ने कहा कि इस समस्या को लेकर वह कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन समस्या अभी भी वही है. सोमवार के दिन जब सुबह ऑटो स्टैंड पर ऑटो लगाने के लिए ड्राइवर आते हैं तो, उन्हें यहां कूड़े के ढेर पर खड़े होना पड़ता है. वहीं, इन कूड़े के ढेरों के चलते कई बीमारियों का खतरा पनपता रहता है, लेकिन ना तो जिला प्रशासन इसकी और ध्यान दे रहा है और ना ही नगर निगम प्रशासन को इसको लेकर कोई चिंता है.
ऑटो चालकों को हो रहा नुकसान: वहीं, दूसरी ओर निगम ने बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर यह लिखा है कि खुले में कूड़ा फेंकने पर हजार रुपए का जुर्माना किया जाएगा, लेकिन संडे के दिन लगने वाली मार्केट को लेकर यह नियम लागू नहीं होते हैं. ऑटो ड्राइवर मोहन लाल ने बताया कि उन्हें यहां पर ऑटो चलाते हुए 30 साल हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिस तरह से यहां पर गंदगी का आलम सोमवार के दिन देखने को मिलता है, उससे कहीं ना कहीं उनके कारोबार पर भी असर पड़ता है. लोग ऑटो में बैठने के लिए नहीं आते हैं. हर जगह कूड़े का ढेर यहां पर लगा होता है, लेकिन निगम इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
नगर निगम का सफाई की ओर नहीं कोई ध्यान: बताया जा रहा है कि रविवार के दिन सोलन शहर में लगने वाली सब्जी मंडी में किसान कम और शहर के दुकानदार ज्यादा होते हैं. ऐसे में निगम और जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि ऑटो स्टैंड पर गंदगी न फैले और लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान भी रखा जा सके. इस तरह कूड़ा फैले रहने से जहां एक ओर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर ऑटो ड्राइवरों को भी इसका खामियाजा कारोबार में घाटे के रूप में भुगतना पड़ रहा है.
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