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खाली बर्तन लेकर सड़क पर उतरी महिलाएं, पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन

मौराच बस्ती में पानी की समस्या को लेकर महिलाओं ने विरोध-प्रदर्शन किया. ग्रामीण रण सिंह शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में पिछले 2 सालों से पानी की समस्या चली आ रही है. बार-बार पेयजल योजना खराब हो जाती है. नवंबर माह में जनमंच में भी समस्या उठाई गई थी और विभाग ने समस्या के समाधान के लिए 20 दिन का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई.

Protest against IPH against water problem
Protest against IPH against water problem
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Published : Feb 28, 2021, 8:13 PM IST

नाहनः नौहराधार के तहत डहार मोहराड़ पंचायत की मौराच बस्ती में पानी की समस्या को लेकर क्षेत्र की महिलाओं का रविवार को सब्र का बांध टूट गया. दर्जनों महिलाएं खाली बर्तन लेकर सड़कों पर उतर आई और जमकर आईपीएच विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.

2 सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे से ग्रामीण

दरअसल पिछले 2 सालों से ग्रामीण संबंधित क्षेत्र में पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. लिहाजा रविवार को महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी की अगुवाई में क्षेत्र की दर्जनों महिलाएं खाली बर्तन लेकर सड़क पर उतर आई और पानी की मांग को लेकर जमकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों को कहना है कि जनमंच में भी यह मामला उठाया गया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई.

वीडियो.

ग्रामीणों को हो रही परेशानी

ग्रामीण रण सिंह शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में पिछले 2 सालों से पानी की समस्या चली आ रही है. बार-बार पेयजल योजना खराब हो जाती है. नवंबर माह में जनमंच में भी समस्या उठाई गई थी और विभाग ने समस्या के समाधान के लिए 20 दिन का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. 3 गांव के करीब 50 परिवारों को पेयजल की समस्या आ रही है. ऐसे में 3 से 4 किलोमीटर से पानी लाना पड़ता है. यहां भी 4 बजे से लोग लाइनों में खड़े होते हैं. उसमें से भी 20 के करीब लोगों को केवल 5-5 लीटर ही पानी मिलता है. लिहाजा कईं बार गाड़ियों में भी पानी लाना पड़ता है.

पढ़ें- स्पेशल: अपना वजूद खो रही टांकरी, यतिन ने संभाला लिपि को बचाने का जिम्मा

महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी ने बताई समस्या

दूसरी तरफ महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी का कहना है कि गांव की महिलाओं को सुबह 4 बजे उठ कर बस्ती से करीब तीन किलोमीटर नीचे उतर कर पानी लेने के लिए खड्ड में जाना पड़ता है. खड्ड में भी पानी इतना कम है कि दिन भर 25 से 30 महिलाएं ही पानी भर सकती हैं. वो भी पानी कम होने की वजह से बेहद कम मिलता है. 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर पानी घर पहुंचाना पड़ता है. लिहाजा विभाग जल्द से जल्द समस्या का समाधान करे.

संबंधित अधिकारियों से नहीं हो पाया संपर्क

हालांकि रविवार का अवकाश होने की वजह से फोन पर भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया. लेकिन ग्रामीणों ने अब यह स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया कि यदि अब पानी देने में इंतजार करवाया तो मजबूरन उन्हें उग्र आंदोलन करने को भी विवश होना पड़ेगा.

पढ़ें- मंडी में 800 मीटर गहरी खाई में गिरी कार, दर्दनाक हादसे में 3 की मौके पर मौत

नाहनः नौहराधार के तहत डहार मोहराड़ पंचायत की मौराच बस्ती में पानी की समस्या को लेकर क्षेत्र की महिलाओं का रविवार को सब्र का बांध टूट गया. दर्जनों महिलाएं खाली बर्तन लेकर सड़कों पर उतर आई और जमकर आईपीएच विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.

2 सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे से ग्रामीण

दरअसल पिछले 2 सालों से ग्रामीण संबंधित क्षेत्र में पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. लिहाजा रविवार को महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी की अगुवाई में क्षेत्र की दर्जनों महिलाएं खाली बर्तन लेकर सड़क पर उतर आई और पानी की मांग को लेकर जमकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों को कहना है कि जनमंच में भी यह मामला उठाया गया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई.

वीडियो.

ग्रामीणों को हो रही परेशानी

ग्रामीण रण सिंह शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में पिछले 2 सालों से पानी की समस्या चली आ रही है. बार-बार पेयजल योजना खराब हो जाती है. नवंबर माह में जनमंच में भी समस्या उठाई गई थी और विभाग ने समस्या के समाधान के लिए 20 दिन का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. 3 गांव के करीब 50 परिवारों को पेयजल की समस्या आ रही है. ऐसे में 3 से 4 किलोमीटर से पानी लाना पड़ता है. यहां भी 4 बजे से लोग लाइनों में खड़े होते हैं. उसमें से भी 20 के करीब लोगों को केवल 5-5 लीटर ही पानी मिलता है. लिहाजा कईं बार गाड़ियों में भी पानी लाना पड़ता है.

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महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी ने बताई समस्या

दूसरी तरफ महिला मंडल प्रधान अनिता सूर्यवंशी का कहना है कि गांव की महिलाओं को सुबह 4 बजे उठ कर बस्ती से करीब तीन किलोमीटर नीचे उतर कर पानी लेने के लिए खड्ड में जाना पड़ता है. खड्ड में भी पानी इतना कम है कि दिन भर 25 से 30 महिलाएं ही पानी भर सकती हैं. वो भी पानी कम होने की वजह से बेहद कम मिलता है. 3 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर पानी घर पहुंचाना पड़ता है. लिहाजा विभाग जल्द से जल्द समस्या का समाधान करे.

संबंधित अधिकारियों से नहीं हो पाया संपर्क

हालांकि रविवार का अवकाश होने की वजह से फोन पर भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाया. लेकिन ग्रामीणों ने अब यह स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया कि यदि अब पानी देने में इंतजार करवाया तो मजबूरन उन्हें उग्र आंदोलन करने को भी विवश होना पड़ेगा.

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