पांवटा साहिब: गुरु की नगरी पांवटा साहिब के प्राचीन एवं ऐतिहासिक मंदिरों और गुरुद्वारों की मिट्टी और पानी इकट्ठा कर राम जन्मभूमि मंदिर के लिए अयोध्या भेजा गया. पिछले कई दिनों से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पांवटा साहिब के प्राचीन मंदिरों के पुरोहितों, गुरुद्वारों के सेवादारों और समितियों से संपर्क कर इन पवित्र स्थानों से मिट्टी और पानी इकट्टा कर अयोध्या भेजा गया.
दरअसल, शनिवार को पांवटा साहिब में यमुना नदी के तट से अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में इस्तेमाल करने के लिए मिट्टी और पानी भेजा गया है. ये अब तक विश्व का सबसे बडा गर्भगृह होगा. यहां पांवटा साहिब क्षेत्र के ऐतिहासिक मंदिरों और गुरुद्वारों से एकत्रित की गई मिट्टी और पानी को भी विशेष स्थान दिया जाएगा.
विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री दीपक भंडारी ने कहा कि कि प्राचीन पवित्र स्थानों से जल इकट्ठा किया गया. इनमें स्थानों में मुख्य रूप से पातालेश्वर स्वयंभू महादेव मंदिर, गुरुद्वारा पांवटा साहिब, सिद्ध बाबा गरीब नाथ मठ मंदिर, शेरगहा साहिब, भगानी साहिब, तीरगढ़ी साहिब, गुरुद्वारा रणथम साहिब, चंद्रघंटा कटासन माता मंदिर, यमुना नदी और महर्षि वेद व्यास मंदिर शामिल है.
इन जगहों से मिट्टी और पानी इकट्ठा करने के लिए बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पूरी आस्था और विश्वास के साथ अपना योगदान दिया. दीपक भण्डारी ने कहा कि अब आगे इसी कड़ी में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल जिला सिरमौर के अंतर्गत आने वाले सभी प्रखंडों में अपने-अपने क्षेत्र के प्राचीन एवं ऐतिहासिक मंदिरों, गुरुद्वारों, पवित्र नदियों, कुंडों और झीलों का पानी इकट्ठा कर अयोध्या भेजा जाएगा.
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