पांवटा साहिब: नैनीधार के ग्रामीणों को 108 की सुविधा न मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. इस संदर्भ में ग्रामीण कई बार एसडीएम को लिखित रूप में शिकायत दे चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
ग्रामीणों ने इस बारे में शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान और बलदेव तोमर को भी अवगत करवाया हैं, लेकिन अभी तक समस्या का कोई भी समाधान नहीं हुआ है. वहीं, पंचायत के लोगों को108 की सुविधा ना मिलने के कारण बीमार व्यक्ति को बस या किराये की गाड़ी से पांवटा या शिलाई अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.
इसके बाद मरिजों को शिलाई अस्पताल में सुविधाएं ना मिलने के कारण अधिकतर लोगों को पांवटा साहिब अस्पताल जाना पड़ता है. इससे ग्रामीणों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है. ग्रामीणों का कहना है नैनीधार में एंबुलेंस न होने के चलते लोगों और खासतौर पर मरिजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं.
उन्होंने कहा कि इतना विकास होने के बाद भी बीमार व्यक्ति को बसों में अस्पताल पहुंचाया जाता है और कभी-कभार एंबुलेंस मिलने पर मरीज को शिलाई से नैनीधार तक पहुंचाने में दो घंटे लग जाते हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में एंबुलेंस उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है.
गांव के युवा प्रधान सुभाष राणा ने बताया कि बुधवार को पांवटा साहिब में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में जनमंच के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन को लिखित रूप में शिकायत दी है. उपायुक्त सिरमौर और शिक्षा मंत्री ने ग्रामीणों को एंबुलेंस उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है, लेकिन ऐसे आश्वासन कई बार पहले भी मिल चुके हैं.
प्रधान ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि गांव के ग्रामीणों की परेशानी को जल्द सुलझाया जाए और लोगों को राहत दी जाए. उपायुक्त सिरमौर आरके पुरुथि ने बताया कि यह शिकायत उनके पास जनमंच के माध्यम से पहुंची थी और जल्द ही गांव के लोगों को एंबुलेंस पहुंचाने का इंतजाम किया जाएगा.
उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एसएमओ के पराशर को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं और नैनीधार में नई एंबुलेंस न आने तक शिलाई से गांव के लिए जल्द ही एंबुलेंस मंगवाई जाएगी.
ये भी पढ़ें: एकादश रूद्र मंदिर में अखंड जाप शुरू, 40 वर्षों से चली आ रही परंपरा